उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कुशल प्रबंधन और नेतृत्व में पीएम का संसदीय क्षेत्र वाराणसी ,प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के क्रियान्वयन में वर्ष 2021 में देशभर में अव्वल आया है। प्रधानमंत्री खुद अपने निर्वाचन क्षेत्र को 21 अप्रैल को राष्ट्रीय पुरस्कार दिल्ली के विज्ञान भवन में देंगे। जिसे वाराणसी के जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा प्राप्त करेंगे। कोविड काल में लॉकडाउन से प्रभावित स्ट्रीट वेंडर को रोज़गार उपलब्ध कराने के लिए सरकार द्वारा इस योजना में रुपये 32.43 करोड़ वितरित करके 32317 लोगों को लाभान्वित किया है।
उत्तर प्रदेश की योगी और केंद्र की मोदी सरकार यानी डबल इंजन की सरकार ने कोरोना काल में जीवन के साथ जीविका बचाने के लिए संकल्पबद्ध थी। सरकार ने जून 2020 में प्रधानमंत्री स्ट्रीट वेंडर आत्मनिर्भर निधि (पीएम स्वनिधि ) का शुभांरभ किया जिसका फायदा रेहड़ी पटरी व्यवसाई को मिला और कोरोना काल के बाद इनका जीवन पटरी पर लौट आया। पीएम स्वनिधि योजना के क्रियान्वयन के लिए भारत सरकार के कार्मिक और प्रशासनिक सुधार मंत्रालय की ओर से घोषित यह राष्ट्रीय पुरस्कार 21 अप्रैल को जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा नई दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से प्राप्त करेंगे।
डूडा की परियोजना अधिकारी जया सिंह ने बताया की सरकार इस योजना से डिजिटल पेमेंट को भी बढ़ावा देना चाहती है। जिसका लाभ कैश बैक रूप में इन रेहड़ी पटरी व्यवसाई को मिलता है। साथ ही इनका बैंक ट्रांजेक्शन भी भी मजबूत होता है जिससे ये बैंक से ऋण लेने की लिए आत्मनिर्भर बनते है।
वाराणसी डूडा की अधिकारी ने जानकारी दिया कि जून 2020 में शुरू हुई इस योजना में अब तक करीब 70 प्रतिशत पुरुष और करीब 30 प्रतिशत महिलाएं ऋण ले चुकी है। प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना में प्रारंभिक कार्य करने हेतु दस हज़ार का ऋण 30,790 रेहड़ी पटरी व्यवसाई को दिया गया जिसकी रक़म 30.55 करोड़ है। इसमें कुल इंटरेस्ट सब्सिडी 0.54 करोड़ है। स्ट्रीट वेंडर्स को कुल कैश बैक पेड 5,46,925 हुआ है। सफलतापूर्वक व्यवसाय करने वालो को सरकार ने बीस हजार का और ऋण दिया। जो 1.87 करोड़ की रक़म 937 स्ट्रीट वेंडर्स को दिया गया। साथ ही स्ट्रीट वेंडर्स को 66,8,86 कैशबैक मिला।