चंडीगढ़। भारतीय किकेट टीम के विस्फोटक बल्लेबाज रहे वीरेंद्र सहवाग जल्द ही राजनीति के मैदान में नई पारी का आगाज कर सकते हैं। बताया जाता हैं कि भारतीय जनता पार्टी उनको हरियाणा के रोहतक सीट से लोेकसभा चुनाव में उतार सकती है। इसके साथ ही भाजपा लोकसभा चुनाव में हरियाणा मेें बड़े दांव आजमाने की तैयारी में है। हरियाणा की सभी दस लोकसभा सीटों पर भाजपा ने होमवर्क पूरा कर लिया है। प्रत्येक लोकसभा क्षेत्र के लिए उम्मीदवारों का कच्चा पैनल तैयार किया गया है।
हरियाणा की लोकसभा सीटों पर भाजपा ने किया होमवर्क, कच्चे पैनल तैयार किए, नामों पर हो रहा मंथन
इस पैनल में हर सीट पर चुनाव लडऩे के इच्छुक तीन से छह दावेदार शामिल हैं। सूफी गायक हंसराज हंस, हिमाचल के राज्यपाल आचार्य देवव्रत, पूर्व सेनाध्यक्ष जनरल वीके सिंह और क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग सरीखे कई ऐसे नाम हैैं, जो लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए सुर्खियों में हैैं। सहवाग को राेहतक लोकसभा सीट से पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के पुत्र दीपेंद्र सिंह हुड्डा के खिलाफ मैदान में उतारने की चर्चा है। इस सीट पर दीपेंद्र हुड्डा लगातार जीते हैं।
भाजपा प्रभारी डॉ. अनिल जैन, लोकसभा चुनाव प्रभारी कलराज मिश्र और मुख्यमंत्री मनोहर लाल की मौजूदगी में हुई लोकसभा चुनाव समिति की बैठक में हालांकि संभावित दावेदारों के नामों पर चर्चा हो चुकी है, लेकिन कच्चे पैनल में शामिल नामों पर मंथन के बाद ही पार्टी कोई फाइनल निर्णय लेगी। फिलहाल सभी दावेदारों को फील्ड में काम करने के निर्देश दे दिए गए हैैं।
सूफी गायक हंसराज हंस, आचार्य देवव्रत और जनरल वीके सिंह सरीखे नाम सुर्खियों में
हरियाणा में लोकसभा की दस सीटें हैैं। लोकसभा चुनाव अप्रैल के आखिर में होने की संभावना है। राज्य विधानसभा के बजट सत्र के बाद मार्च के पहले सप्ताह में चुनाव में तेजी आ जाएगी। लिहाजा पार्टी पूरी सक्रियता के साथ जिताऊ उम्मीदवारों की खोज में जुटी है। राज्य की सात सीटों पर भाजपा और तीन पर विपक्ष का कब्जा है। इनमें चार सीटें ऐसी हैं, जहां प्रत्याशी हर सूरत में बदले जाने की संभावना है।
विपक्ष के कब्जे वाली रोहतक, हिसार और सिरसा लोकसभा सीटों पर भी भाजपा इस बार पर मजबूत प्रत्याशी उतारेगी। पिछले लोकसभा चुनाव में भाजपा और हरियाणा जनहित कांग्रेस (हजकां) का गठबंधन था, जो विधानसभा चुनाव में बरकरार नहीं रहा। हजकां का अब कांग्रेस में विलय हो चुका है। हजकां हिसार और सिरसा दोनों लोकसभा सीटें हार गई थी, मगर इस बार भाजपा अपनी पसंद के उम्मीदवार उतारेगी। भाजपा रोहतक सीट कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा के हाथों खो बैठी थी।
करनाल, रोहतक और हिसार लोकसभा सीटें हाट
करनाल से भाजपा सांसद अश्विनी चोपड़ा आजकल बीमार रहते हैैं। उनकी पत्नी किरण चोपड़ा टिकट के लिए प्रयास कर रही हैैं। यहां चेयरमैन चंद्रप्रकाश कथूरिया, पूर्व उद्योग मंत्री शशिपाल मेहता, महामंत्री चौ. वेदपाल एडवोकेट और महामंत्री संजय भाटिया टिकट के प्रबल दावेदारों में शामिल हैैं।
हिसार में वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु, केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह के बेटे बृजेंद्र सिंह और उद्योगपति अशोक गोयल के नामों पर मंथन हो रहा है। रोहतक लोकसभा सीट काफी चर्चित है। यहां से कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा हैैं। इस सीट पर भाजपा कृषि मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ और विधायक नरेश कौशिक के नामों पर विचार कर रही है। इसके अलावा क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग का नाम भी राजनीतिक गलियारों में गूंज रहा है।
अंबाला, कुरुक्षेत्र और भिवानी में नए चेहरे संभव
अंबाला से भाजपा सांसद रतनलाल कटारिया हैैं। उनका टिकट कटने की संभावना भी जताई जा रही है। पार्टी यहां से प्रख्यात सूफी गायक हंसराज हंस को लड़वाने पर विचार कर रही है। वैसे यह भी संकेत हैं कि कटारिया अपना टिकट बचा लें। ऐसे में हंसराज हंस को किसी अन्य जगह से भी आजमाया जा सकता है। अंबाला से यदि किसी महिला को टिकट देने पर विचार हुआ तो रतनलाल कटारिया की धर्मपत्नी बंतो कटारिया मजबूत दावेदार हैं।
कुरुक्षेत्र के भाजपा सांसद राजकुमार सैनी बगावत का झंडा उठाकर अपनी लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी बना चुके हैैं। उनके स्थान पर भाजपा हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल आचार्य देवव्रत को टिकट दे सकती है। श्रम राज्य मंत्री नायब सिंह सैनी और लाडवा के विधायक डाॅ. पवन सैनी के अलावा धूमन सिंह किरमच भी मजबूत दावेदार हैैं। रॉकी मित्तल को भी यहां से टिकट दिया जा सकता है। रॉकी मित्तल कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को निशाना साधने वाला गीत गायकर हाल में चर्चा में आए थे।
भिवानी-महेंद्रगढ़ के भाजपा सांसद धर्मबीर पहले चुनाव लड़ने से मना कर चुके, लेकिन जींद के नतीजों के बाद वह फिर टिकट मांग रहे हैैं। यहां से शिक्षा मंत्री प्रो. रामबिलास शर्मा, पूर्व सेनाध्यक्ष जनरल वीके सिंह, पूर्व सांसद सुधा यादव और नांगल चौधरी के विधायक अभय सिंह यादव टिकट के प्रबल दावेदारों में शामिल हैैं।
गुरुग्राम, फरीदाबाद, सोनीपत और सिरसा में टिकी निगाहें
गुरुग्राम के सांसद राव इंद्रजीत और फरीदाबाद के सांसद कृष्णपाल गुर्जर मजबूत स्थिति में हैैं। दोनों के टिकट कटने की कतई संभावना नहीं है। फरीदाबाद में गुर्जर टीम मोदी व मनोहर के वफादार सिपाही हैैं, लेकिन उद्योग मंत्री विपुल गोयल के नाम पर भी विचार चल रहा है। गुरुग्राम में पीडब्ल्यूडी मंत्री राव नरबीर का नाम भी उछाला जा रहा है।
सोनीपत में मौजूदा सांसद रमेश कौशिक ने पहले चुनाव नहीं लड़ने की इच्छा जताई थी, लेकिन अब फिर टिकट मांग रहे हैैं। यहां सीएम के मीडिया सलाहकार राजीव जैन, चेयरपर्सन कृष्णा गहलावत, केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह के आइएएस बेटे बृजेंद्र सिंह और भाजपा जिलाध्यक्ष डा. धर्मवीर टिकट के प्रबल दावेदार हैैं। सिरसा में सीनियर नेता सुनीता दुग्गल, राज्य मंत्री कृष्ण कुमार बेदी और चेयरमैन डा. बलवान सिंह के नामों पर मंथन हो रहा है।