अहमदाबाद। गुजरात में कांग्रेस के प्रदेश आलाकमान से विधायकों की नाराजगी के बीच कांग्रेस की विधायक डॉ आशाबेन पटेल ने इस्तीफा दे दिया है। उत्तर गुजरात की ऊंझा सीट से चुनाव जीतने वाली डॉ आशा पटेल पहली बार विधायक बनी थी। गुजरात के पटेल समुदाय में उनकी अच्छी पकड़ है तथा सामाजिक कार्यकर्ता के रुप में उनकी पहचान है।
लोकसभा चुनाव के पहले कांग्रेस को यह बड़ा झटका लगा है। डॉ आशाबेन पटेल ने शनिवार सुबह विधानसभा अध्यक्ष राजेन्द्र त्रिवेदी से मिलकर उनको अपना इस्तीफा सौंप दिया है। विधानसभा अध्यक्ष ने उनका इस्तीफा मंजूर कर लिया है। कांग्रेस की ऊंझा सीट से आशाबेन ने बीजेपी के वरिष्ठ नेता नारायण भाई पटेल को 19 हजार से भी अधिक मतों से चुनाव हराया था।
विधायक पद से इस्तीफा देने के निश्चित कारणों का अभी तक पता नहीं चल पाया है। लेकिन उनके बीजेपी में शामिल होने की चर्चा जोरों पर है। उनके इस्तीफा देने से गुजरात विधानसभा में कांग्रेस के विधायकों की संख्या 76 हो गयी है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष जीतू भाई वाघाणी ने कांग्रेस पर प्रहार करते हुए कहा कि कांग्रेस से जनता दुःखी है। राहुल गांधी के नेतृत्व पर विधायकों ने सवाल पैदा किये है। कांग्रेस में सक्षम नेताओं का हमेशा से नजर अंदाज किया जाता है। इससे दुःखी आशाबेन पटेल ने विधायक पद से इस्तीफा दिया है।