महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव के लिए गठबंधन बनाने की दिशा में विपक्षी कांग्रेस और राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी कुछ कदम और बढ़ी हैं। राज्य की कुल 48 सीटों में से 38 पर दोनों के बीच सहमति बन गई है और बाकी सीटों पर तालमेल के लिए बात चल रही है।
इसी हफ्ते राकांपा प्रमुख शरद पवार ने कथित रूप से औरंगाबाद में कहा था कि 40 लोकसभा सीटों पर आम सहमति बन चुकी है। महाराष्ट्र कांग्रेस प्रमुख अशोक चव्हाण ने कहा कि कांग्रेस और राकांपा एक साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगी। सीटों पर बंटवारे पर बातचीत चल रही है, लेकिन अभी वह संख्या उजागर नहीं करेंगे। वहीं वार्ता में हिस्सा ले रहे एक अन्य वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने कहा कि तकरीबन 38 सीटों पर आम सहमति बन चुकी है और बाकी चुनाव क्षेत्रों पर चर्चा जारी है। अभी उन सीटों पर आम सहमति है, जिनपर कोई विवाद नहीं है। एक राकांपा सूत्र ने बताया कि उनकी पार्टी कांग्रेस कोटे से औरंगाबाद, पुणे, यवतमाल मांग रही है, क्योंकि वहां जीत के लिए उसकी स्थिति अच्छी है।
2014 के लोकसभा चुनावों में सीटों का फार्मूला 26:22 का था। फिर भी, कांग्रेस और उसके सहयोगियों ने 27 सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े किए थे, जबकि राकांपा ने 21 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे थे। तब राकांपा ने हातकाणंगले सीट पर चुनाव नहीं लड़ा था, क्योंकि उसके पास कोई उम्मीदवार नहीं था। कांग्रेस ने यहां से चुनाव लड़ा था। एक कांग्रेस नेता ने बताया कि इस बार, कांग्रेस कोटे की हातकाणंगले, पालघर, अकोला सीटें छोटी सहयोगी पार्टियों को जाएंगी। इस तरह कांग्रेस को सिर्फ 24 सीटें लड़ने को मिलेंगी।
पिछले हफ्ते पवार ने कहा था कि भाजपा के खिलाफ किसी राष्ट्रीय गठबंधन की ज्यादा संभावना नहीं हैं। उनके अनुसार राज्यों में विधानसभा चुनावों के लिए गैर-भाजपा या गैर-राजग क्षेत्रीय पार्टियों का राज्योन्मुख गठबंधन होगा। उन्होंने यह भी कहा था कि जिस पार्टी के पास सर्वाधिक सीट होगी, उसे मुख्यमंत्री का पद मिलेगा।