सीएम योगी आदित्यनाथ कुंभ के कार्यों पर संतोष जाहिर किया। उन्होंने कहा कि केन्द्र और राज्य सरकार कुम्भ पर 12 हजार से 15 हजार करोड़ रुपये खर्च कर रही है। यहां होने वाले कार्यों का दिसंबर में प्रधानमंत्री लोकार्पण करेंगे।
कुम्भ कार्यों की समीक्षा के लिए मुख्यमंत्री दो दिन तक इलाहाबाद में ही थे। रविवार को कार्यों के निरीक्षण के बाद पुलिस लाइन में पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कुम्भ के काम पर संतोष जाहिर किया। कहा कि अयोध्या से प्रयाग, वाराणसी से प्रयाग, चित्रकूट से प्रयाग और लखनऊ से प्रयाग राजमार्ग को चार और छह लेन का बनाया जा रहा है। यह खर्च भी कुम्भ के कारण ही किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि इस बार कुम्भ मेले में स्वच्छता और समरसता की थीम पर काम किया जाएगा। दुनिया को इसका संदेश दिया जाएगा। कुम्भ के काम युद्धस्तर पर चल रहे हैं। 30 नवंबर तक स्थाई काम पूरे होने के बाद खुद प्रयागवासियों को यहां की सड़कों पर चलने पर गर्व महसूस होगा। इन कामों का लोकार्पण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से दिसंबर के पहले हफ्ते में कराने का प्रयास किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारद्वाज मुनि आश्रम में उनकी प्रतिमा, त्रिवेणी पुष्प के सुंदरीकरण का काम भी किया जाएगा। कुम्भ की ब्रांडिंग के लिए पांच जिलों में अलग-अलग वैचारिक कुम्भ होगा। इसके साथ ही पांच हजार विदेशी सैलानी, छह लाख गांवों से पर्यटक और 192 देशों के पर्यटक यहां पर आएंगे। इसके लिए काम तेजी से किया जा रहा है। इस दौरान स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह, उड्डयन मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी आदि मौजूद रहे।
ये काम भी होंगे कुम्भ में
कुम्भ के लिए प्रयाग में संग्रहालय का निर्माण होगा। प्रवासी भारतीयों के लिए पहली बार टेंट सिटी बनवाई जा रही है। प्रयाग में इस स्तर पर कुम्भ के दौरान पहली बार आधारभूत संरचना में बदलाव के लिए काम किया जा रहा है। इसके साथ ही पहली बार स्वच्छता लोगो, कुम्भ लोगो लांच किया गया। पहली बार वेबसाइट बनाई गई। 192 देशों से आने वाले लोगों के लिए रैन बसेरा बनेगा। धार्मिक, सामाजिक आयोजन के लिए मुख्यमंत्री ने समाज का सहयोग भी मांगा।
सुरक्षा मामले पर कुछ नहीं बोले सीएम
प्रेस कांफ्रेंस में उम्मीद थी कि कुम्भ की सुरक्षा पर मुख्यमंत्री बोलेंगे, लेकिन उन्होंने इस मुद्दे पर कुछ भी नहीं बोला।