सहारनपुर। गुजरात की वडग़ाम विधानसभा के विधायक जिग्नेश मेवाणी मंगलवार को भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर आजाद से मिलने सहारनपुर के छुटमलपुर स्थित उनके घर पहुंचे। मेवाणी ने आजाद के साथ मिलकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ मजबूत गठजोड़ कर लड़ाई की बात कही। कहा कि यह लड़ाई समाज से छुआछूत दूर करने की है। उनका मकसद किसी को विधायक-सांसद बनाना नहीं है।
चार दिन के पंजाब दौरे से लौटे चंद्रशेखर से मिलने के लिए मंगलवार सुबह आसपास के लोगों का तांता लगा रहा है। अचानक गुजरात के निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवाणी भी पहुंचे। वह चंद्रशेखर से गले मिले और उन्हें अपना भाई बताया। चंद्रशेखर से 20 मिनट अकेले में बात करने के बाद जिग्नेश मीडिया से रूबरू हुए। उन्होंने कहा कि देश अब नए विकल्प के इंतजार में है। अनुसूचित समाज को लेकर समाज में जो छुआछूत है, कुप्रथा खत्म होने तक संघर्ष जारी रहेगा। वह इस लड़ाई में चंद्रशेखर का साथ देंगे।
जिग्नेश मेवाणी ने चंद्रशेखर की मां से आशीर्वाद भी लिया। कहा कि समाज के लिए हर तरह की लड़ाई में वह चंद्रशेखर के साथ खड़े हैं। कहा, उन्हें भी वह अपना बेटा ही समझें। मेवाणी ने बताया कि चंद्रशेखर से यह उनकी पहली मुलाकात है। इससे पहले उन्होंने कई बार मिलने का प्रयास किया। जेल अधीक्षक को चिट्ठी लिखी मगर जेल प्रशासन ने उन्हें चंद्रशेखर से मिलने की इजाजत नहीं दी।