मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मंगलवार को डायल 100 का शुभारंभ करेंगे। इसकी तैयारियों को लेकर सोमवार को गृह विभाग के प्रधान सचिव आमिर सुबहानी ने डीजीपी केएस द्विवेदी और अन्य वरीय पुलिस अफसरों के साथ बैठक की। डायल 100 की क्या तैयारियां है इससे उन्हें अवगत कराया गया। बैठक में पुलिसिंग के अन्य मुद्दों पर भी विचार-विमर्श किया गया।
सूत्रों के मुताबिक बैठक में थानों को कम से कम दो गाड़ियां मुहैया कराने के लिए किराए पर वाहन लेने के संबंध में भी बात हुई। इसके लिए क्या पैमाने होगा इसपर विचार-विमर्श किया गया। बैठक में डायल 100 की लांचिंग और उसकी तैयारियों पर मुख्य रूप से चर्चा हुई। पुलिस अधिकारियों ने गृह विभाग के प्रधान सचिव को इससे जुड़ी जानकारी उपलब्ध कराई। बैठक में एडीजी मुख्यालय एसके सिंघल के अलावा अन्य वरीय पुलिस अधिकारी उपस्थित थे।
क्या है डायल 100 : डायल 100 एक महत्वकांक्षी योजना है। बिहार के किसी भी हिस्से से इस नम्बर पर कॉल कर पुलिस से मदद मांगी जा सकती है। पटना जिला पुलिस कार्यालय में इसके लिए अत्याधुनिक कंट्रोल रूम बनाया गया है। 24 घंटे काम करनेवाले इस कंट्रोल रूम में 70 पुलिसकर्मी एक शिफ्ट में काम कर रहे हैं। इसे बढ़ाकर 90 करने की योजना है। फिलहाल यहां 180 लाइन है, यानी एक बार में इतने कॉल आ सकते हैं। हालांकि अभी 150 लाइन पर फोन आ सकतें है बाकी के 30 लाइन आउट गोइंग कॉल के लिए रखे गये हैं। यानी डायल 100 पर आनेवाले कॉल पर पुलिस की कार्रवाई के लिए कंट्रोल रूम के ही 30 फोन लाइन का इस्तेमाल किया जाएगा। राज्य के सभी थानों के नम्बर यहां मौजूद हैं और जिस थाने से संबंधित मामला होगा उसे तुरंत फोन कर सूचना दी जाएगी।
रोजना लगभग 3.75 लाख कॉल आ रहे
डायल 100 का शुभारंभ होने से पहले पुलिस इसका ट्रॉयल कर रही है। 10 सितम्बर से ट्रॉयल किया जा रहा है। पुलिस मुख्यालय के एक अधिकारी ने बताया कि ट्रॉयल के दौरान पाया गया कि रोजना करीब 3.75 लाख कॉल डायल 100 पर आ रहे हैं।