एक दिन पहले ही छात्र-छात्राओं में हुए विवाद के बाद धीरे-धीरे शांत हो रहा बीएचयू का माहौल सोमवार शाम एक मरीज के परिजनों और रेजिडेंट डॉक्टर के बीच मारपीट के बाद फिर गरमा गया। गुस्साए रेजिडेंट डॉक्टरों ने मरीज के परिजन को पीटा तो बीएचयू के छात्रों ने देर रात डॉक्टरों की पिटाई कर दी। एलडी गेस्ट हाउस के सामने एसबीआई का एटीएम तोड़ दिया और आगजनी भी की। पेट्रोल बम भी फेंके गए।
पुलिस देर रात तक परिसर में घुस नहीं सकी। दोनों पक्षों के बीच चार बार मारपीट हुई। क्षुब्ध डॉक्टरों ने देर रात हड़ताल पर जाने का ऐलान कर बीएचयू अस्पताल की ओर आने वाले सभी गेटों पर ताले जड़ दिये। देर रात बिड़ला और डॉक्टर्स हास्टल के बीच हुए पथराव में 12 छात्र घायल हुए। वीसी आवास पर भी पथराव हुआ।
मामले की शुरुआत एक मरीज को दिखाने को लेकर हुई। आरोप है कि मरीज को शाम तक इलाज के नाम पर बिठाए रखा। बाद में इंकार कर दिया। विरोध पर डॉक्टरों ने मारपीट की। परिजनों की सूचना पर भगवानदास हॉस्टल के दर्जनों छात्रों ने धनवंतरि छात्रावास में घुसकर डॉक्टरों को पीट दिया। छात्रों ने देर रात लंका थाने के समीप एक रेस्टोरेंट में खाना खा रहे डॉक्टरों को खींचकर पीटा। इसके बाद डॉक्टर धरने पर बैठ गए।
एमएस प्रो. विजय नाथ मिश्र, चीफ प्राक्टर प्रो. रोयाना सिंह, एडीएम सिटी विनय कुमार सिंह समेत आला अधिकारी पहुंचे और डॉक्टरों को मनाने की कोशिश की। पुलिस ने डॉक्टरों की तहरीर पर शिवजी सिंह नामक युवक को गिरफ्तार कर लिया।