जम्मू। सुरक्षाबलों ने आतंकवाद पर कड़ा प्रहार करते हुए वीरवार को जम्मू कश्मीर में तीन मुठभेड़ों में आठ आतंकी मार गिराए। इनमें तीन आतंकी जम्मू-श्रीनगर हाईवे पर जम्मू से करीब 30 किलोमीटर दूर झज्जर कोटली इलाके के साथ सटे जंगलों में 32 घंटे चले ऑपरेशन के बाद मारे गए। ये तीनों जैश के पाकिस्तानी आतंकी थे।
इस मुठभेड़ में एक मेजर, एक डिप्टी कमांडेंट, असिस्टेंट कमांडेंट, एसडीपीओ समेत 13 लोग घायल हुए हैं। दूसरी मुठभेड़ उत्तरी कश्मीर के चिकीपोरा (सोपोर) में हुई। यहां सात घंटे चली भीषण मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने जैश-ए-मोहम्मद के अली अतहर समेत दो पाकिस्तानी आतंकियों को मार गिराया।
अली अतहर वही आतंकी कमांडर है, जिसने छह जनवरी को सोपोर में भीषण आईइडी विस्फोट की साजिश रची थी, इस धमाके में चार पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे। अली चार सालों से कश्मीर में सक्रिय था और उसपर आठ लाख का इनाम था। इन दोनों आतंकियों ने नकली आधार कार्ड भी बना रखे थे।
उधर, उत्तरी कश्मीर में सेना ने नियंत्रण रेखा के साथ सटे केरन (कुपवाड़ा) सेक्टर में घुसपैठ के प्रयास को नाकाम बनाते हुए तीन आतंकियों को मार गिराया। फिलहाल, उनके अन्य तीन साथियों के एलओसी पर छिपे होने की आशंका पर सेना ने तलाशी अभियान जारी रखा हुआ है।
झज्जर कोटली मुठभेड़ :
जैश के तीनों आतंकी बुधवार सुबह बाल पुट्टी से लदे ट्रक में छुपकर श्रीनगर जा रहे थे। रास्ते में झज्जर कोटली में चालक रियाज अहमद और कंडक्टर मकबूल नाश्ता करने के लिए साईं कैफटेरिया पर रुके तो पुलिस ने ट्रक में संदिग्ध छिपे होने की आशंका पर तलाशी ली तो तीनों आतंकी फायरिंग करते हुए साथ लगते जंगलों में छिप गए। इस दौरान आतंकियों ने एक फारेस्ट गार्ड गणेश दास को गोली मारकर घायल कर दिया।
इसके बाद ये आतंकी हाईवे से मात्र 50 मीटर दूर स्थित ईश्वर दास खजूरिया के घर के बाहर छिपे रहे, जिसका सुरक्षाबलों को पता तक नहीं चला। रात करीब आठ बजे तीनों आतंकी ईश्वर के घर घुस आए। करीब एक घंटा वहां रहने के बाद कुछ खाने के साथ वे 9.30 बजे घर से यह कहकर चले गए कि इस बात का जानकारी किसी को न दें। सेना, सीआरपीएफ, पुलिस के जवानों ने बुधवार रात को ही इलाके की घेराबंदी कर ली। उन्हें मालूम था कि आतंकी ज्यादा दूर नहीं गए होंगे।
वीरवार सुबह यह आतंकी झज्जर नदी को पार कर ककरेयाल के तीर्थी गांव में राज कुमार के घर में घुस गए। उन्होंने चार किलोमीटर का फासला जंगल के रास्ते से तय किया। उन्होंने परिवार को कहा कि हम आपको कुछ नहीं कहेंगे। उन्होंने उनसे खाना मांगा। उन्होंने राज कुमार को दो हजार रुपये दिए और कहा कि कुछ खाने के लिए ले आओ। हो सके तो श्रीनगर जाने के लिए गाड़ी का बंदोबस्त भी कर देना।
राजकुमार ने इसकी सूचना वहां गश्त कर रहे सीआरपीएफ के जवानों को दी। सीआरपीएफ के जवान जैसे ही मकान के अंदर घुसे तो वहां छिपे आतंकियों ने फायर खोल दिया, जिसमें सीआरपीएफ के डिप्टी कमांडेंट हर्षपाल सिंह, असिस्टेंट कमांडेंट मनोज कुमार, पंचम सिंह, अभय सिंह व जाकिर हुसैन घायल हो गए। जवानों ने पोजीशनें ले ली, लेकिन आतंकियों ने ताबड़तोड़ गोलीबारी जारी रखी जिसमें एसडीपीओ नगरोटा मोहन लाल शर्मा, सिलेक्शन ग्रेड कांस्टेबल मोहम्मद इकबाल, कांस्टेबल भानू प्रताप सिंह घायल हो गए।
सभी घायलों को श्री माता वैष्णो देवी के नारायणा अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। सभी घायलों की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है।सुबह 11 बजे शुरू हुआ यह मार गिराओ अभियान में पहली सफलता करीब 12 बजे मिली, जब एक आतंकी मारा गया। इसके कुछ देर बाद दूसरा आतंकी मारा गया।
यू फोर्स के मेजर जनरल अरविंद भाटिया को गृह मंत्रालय से सूचना मिली कि तीसरे आतंकवादी को किसी भी हालत में जिंदा पकड़ना है। यह तीसरा आतंकी भागकर नाले तक पहुंच गया था। वह रुक रुककर फायर कर रहा था। करीब चार बजे यह आतंकवादी सुरक्षा घेरे को तोड़ कर भाग निकला। नागरिक क्षति से बचने के करीब 4.30 बजे तीसरे आतंकवादी को भी सुरक्षाबलों ने ढेर कर दिया।
सेना की यू फोर्स के मेजर जनरल अरविंद भाटिया ने मीडिया को बताया कि ये आतंकवादी हाल ही में हीरानगर और सांबा सेक्टर पर स्थित अतंरराष्ट्रीय सीमा को पार कर पाकिस्तान से यहां आए थे। आतंकवादियों से एक पिट्ठू भी मिला है।
अरविंद ने ट्रक ड्राइवर का हवाला देते हुए बताया कि इनके कुछ साथी घाटी में भी हैं। पकड़ा गया ट्रक चालक एक ओवर ग्राउंड वर्कर है और यह पहले भी आतंकियों को जम्मू से श्रीनगर ले जाता रहा है। उन्होंने कहा कि आतंकवादी घुसपैठ कर श्रीनगर जाने की फिराक में थे। मारे गए आतंकवादियों से तीन एके47 राइफलें, मैगजीन, ग्रेनेड आदि बरामद हुए हैं।
झज्जर कोटली मुठभेड़ में घायलों की पहचान :-
सेना के मेजर दीपक उपाध्याय-9 पैरा कमांडो राजेंद्र सिंह -9 पैरा के कमांडो सुधीर कुमार-सीआरपीएफ के डिप्टी कमांडेंट हर्षपाल सिंह-सीआरपीएफ के असिस्टेंट कमांडेंट मनोज कुमार-सीआरपीए के जवान पंचम सिंह-सीआरपीएफ जवान अभय सिंह -सीआरपीए के जवान जाकिर हुसैन-एसडीपीओ नगरोटा मोहन लाल शर्मा-सिलेक्शन ग्रेड कांस्टेबल मोहम्मद इकबाल-कांस्टेबल भानू प्रताप-फारेस्ट गार्ड गणेश दास