बसपा सुप्रीमो मायावती ने 6 सितंबर को एससी-एसटी एक्ट पर सवर्ण संगठनों द्वारा किए गए भारत बंद को पॉलिटिकल स्टंट करार दिया है। उन्होंने कहा है कि चुनाव के मद्देनजर ऐसे हथकंडे अपनाकर भाजपा लोगों को जातियों में बांटना चाहती है।
मायावती ने कहा कि हम ऐसे लोगों से सहमत नहीं हैं जो एससी-एसटी एक्ट का विरोध कर रहे हैं। उन्होंने अपने मन में गलत धारणा बना ली है कि अधिनियम का दुरुपयोग कर अन्य समुदाय के लोगों का दमन किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि मेरी सरकार में कभी भी एस एक्ट का दुरुपयोग नहीं हुआ। बसपा की ही सरकार में पहली बार हमने सवर्णों को आर्थिक रूप से आरक्षण देने की मांग उठाई थी। बसपा जातिगत राजनीति नहीं करती, यह सभी धर्म और जाति को साथ लेकर चलने वाली पार्टी है।
मायावती ने कल हुए भारत बंद को असफल करार देते हुए कहा कि सिर्फ भाजपा शासित प्रदेशों में ही भारत बंद हुआ। इससे ये साफ है कि भाजपा अपना वोट बैंक खिसकता देख लोगों को जाति-धर्म के मुद्दे पर भटकाने का काम कर रही है।