उत्तर प्रदेश सरकार ने 57 लाख बच्चों को डायरिया से बचाने के लिये मंगलवार को रोटावायरस टीकाकरण की शुरूआत की । टीकाकरण का शुभारंभ करते हुए महिला, बाल और परिवार कल्याण मंत्री रीता बहुगुणा जोशी ने कहा कि सरकार को पूरा विश्वास है कि इस टीके की मदद से राज्य में नवजात शिशुओं की मृत्यु दर में निश्चित ही कमी आयेगी।
जोशी ने कहा ”रोटावायरस की वजह से बच्चे डायरिया का शिकार होते हैं और कई मामलो में उनकी मौत भी हो जाती है । मुझे इस बात की काफी खुशी है कि रोटावायरस टीके को नियमित प्रतिरक्षण (टीकाकरण) कार्यक्रम में शामिल किया गया है । इससे हमारे बच्चों को इस खतरनाक विषाणु से बचाया जा सकता है ।”
अब उत्तर प्रदेश देश का 11 वां ऐसा राज्य हो जायेगा जो इस टीके से बच्चो को रोटा वायरस से पूर्ण प्रतिरक्षित करेगा ।
प्रमुख सचिव स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण प्रशांत त्रिवेदी ने बताया कि यह टीका पहली बार देश के सामान्य प्रतिरक्षण कार्यक्रम में 2016 में उड़ीसा में शुरु किया गया था। उसके बाद हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, आंध्र प्रदेश, असम, राजस्थान, मध्य प्रदेश तमिलनाडु, त्रिपुरा और झारखंड में इसकी शुरूआत की गयी ।
उन्होंने कहा कि रोटावायरस टीके उप्र में लांच होने के बाद यहां भी निश्चित ही नवजात शिशु मृत्यु दर में कमी आयेगी।