वाम दलों का बिहार बंद असर गहराया; समर्थन में निकला पूरा विपक्ष, जगह-जगह रोकीं ट्रेनें

पटना। केंद्र की नीतियों, प्रदेश में महिलाओं के साथ बढ़ती दुष्कर्म की घटनाओं, मुजफ्फरपुर बालिका आश्रय गृह कांड तथा दलितों-कमजोर वर्गों पर अत्याचार के विरोध में और नीतीश सरकार के दो मंत्रियों की बर्खास्तगी की मांग को लेकर वाम दलों एवं विभिन्न संगठनों ने गुरुवार को बिहार बंद आहूत किया है। बंद को राजद, कांग्रेस, हम, समाजवादी पार्टी और लोकतांत्रिक जनता दल ने भी खुला समर्थन दिया है। बंद के समर्थन में विपक्षी दल के समर्थक व कार्यकर्ता सुबह से ही सड़कों पर निकल गए हैं। हालांकि, बंद का प्रभाव धीरे-धीरे गहराता जा रहा है।

बंद समर्थक जगह-जगह सड़कों पर निकल गए हैं। नवादा में भाकपा माले के कार्यकर्ताओं ने सरकार व प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन किया है। उधर, सिवान में भी माले कार्यकर्ता सड़क पर उतर चुके हैं।

जगह-जगह ट्रेनों को रोका
बंद का असर रेल सेवाओं पर पड़ा है। जहानाबाद में बंद समर्थकों ने पटना-रांची जनशताब्दी एक्‍सप्रेस को रोका तो दरभंगा में राजद और माकपा कार्यकर्ताओं ने बिहार संपर्क क्रांति को रोक दिया।

सभी जिलों में चला प्रचार अभियान

महागठबंधन समेत अन्य दलों का सहयोग मिलने से सभी वाम दल भाकपा, माकपा, भाकपा माले, आरएसपी एवं फारवर्ड ब्लॉक के कार्यकर्ता उत्साह में हैं। इनके नेताओं ने बिहार बंद को सफल बनाने के लिए बुधवार को सभी जिलों में प्रचार अभियान चलाया। इसके लिए वाम दलों की सांस्कृतिक मंडलियों द्वारा नुक्कड़ सभा, जनगीत और नाटक जैसे कार्यक्रम भी किए गए। वाहनों पर लाउडस्पीकर से बिहार बंद को सफल बनाने की अपील जनता से की जा रही थी।

जनसहयोग से बंद की सफलता का दावा

भाकपा माले के राज्य सचिव कुणाल ने बिहार बंद को अभूतपूर्व होने का दावा करते हुए कहा कि राज्य सरकार दलितों पर अत्याचार रोकने व महिलाओं को सुरक्षा देने में फेल हो चुकी है। उन्होंने मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड में सीबीआइ की जांच की मॉनीटरिंग पटना हाईकोर्ट से कराने, टाटा इंस्‍टीच्‍यूट ऑफ सोशल साइंस (टिस) की रिपोर्ट सार्वजनिक करने और नीतीश सरकार के दो मंत्रियों को बर्खास्त करने की मांग की।

इधर माकपा के राज्य सचिव अवधेश कुमार ने कहा कि बिहार बंद को सफल बनाने के लिए जनता भरपूर सहयोग करेगी। बिहार व केंद्र की एनडीए सरकार में दलितों, महिलाओं एवं कमजोर वर्गों पर अत्याचार बढ़ा है। नीतीश सरकार को सत्ता में बने रहने का कोई अधिकार नहीं है। भाकपा के सचिव सत्य नारायण सिंह ने कहा कि बिहार बंद को सफल बनाने के लिए महागठबंधन समेत अन्य दलों ने जो समर्थन दिया है, उसके लिए हम आभार प्रकट करते हैं।