नोएडा । ग्रेटर नोएडा से जेवर हवाई अड्डे तक नॉन स्टॉप मेट्रो चलेगी। इससे कम समय में यात्री जेवर हवाई अड्डे तक पहुंच सकेंगे। ग्रेटर नोएडा से दिल्ली की दूरी कम करने के लिए नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस वे के समानांतर नई लाइन बन सकती है। यमुना प्राधिकरण क्षेत्र के सेक्टरों की कनेक्टिविटी के लिए ट्राम, पॉड आदि परिवहन के अन्य विकल्प होंगे। मेट्रो की डीपीआर छह माह में तैयार हो जाएगी।
जेवर हवाई अड्डे के लिए सर्वे का काम चल रहा है। इसके साथ ही यमुना प्राधिकरण हवाई अड्डे को कनेक्टिविटी के बेहतर विकल्प देने की योजना भी तैयार कर रहा रहा है।
प्राधिकरण का मुख्य फोकस आइजीआइ इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा व दिल्ली शहर से जेवर हवाई अड्डे को जोड़ने की है। जेवर हवाई अड्डे के लिए सबसे अधिक यात्री यहीं से मिलेंगे। इसलिए परिवहन के ऐसे विकल्प पर विचार हो रहा है, जिसमें कम समय में यात्री आरामदेह तरीके से हवाई अड्डे पर पहुंच सकें।
ग्रेटर नोएडा के परिचौक से जेवर हवाई अड्डे तक नॉन स्टॉप मेट्रो की योजना है। दरअसल यमुना प्राधिकरण क्षेत्र के सेक्टरों को मेट्रो से जोड़ने की वजह से ग्रेटर नोएडा से जेवर हवाई अड्डे तक पहुंचने के लिए यात्रा का समय बढ़ जाएगा। इसका सीधा असर जेवर हवाई अड्डे तक जाने वाले यात्रियों पर होगा। ग्रेटर नोएडा से जेवर की दूरी 38 किलोमीटर है। आमतौर पर मेट्रो का स्टॉप एक किमी पर है। ऐसे में जेवर तक मेट्रो के कई स्टेशन होंगे। इसलिए नॉन स्टॉप मेट्रो चलाकर इस समय को कम रखने का प्रयास किया जाएगा।
प्राधिकरण क्षेत्र के सेक्टरों के लिए होंगे दूसरे विकल्प
प्राधिकरण क्षेत्र के आवासीय सेक्टरों में रहने वाले लोगों को परिवहन की कनेक्टिविटी देने के लिए दूसरे विकल्प अपनाने की योजना है। पॉड, ट्राम व बस सेवा के जरिये लोगों का परिवहन की सेवा मुहैया कराई जाएगी। इससे मेट्रो के नॉन स्टॉप करने से शहर के लोगों को किसी तरह की असुविधा नहीं होगी।
आइजीआइ तक भी सीधी मेट्रो
दिल्ली अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से जेवर हवाई अड्डे को मेट्रो से सीधे जोड़ने की योजना है। इस पर चलने वाली मेट्रो भी नॉन स्टॉप ही होगी। दोनों हवाई अड्डे के बीच आने वाले यात्री इसका उपयोग करेंगे और कम समय में एक हवाई अड्डे से दूसरे हवाई अड्डे पर पहुंच जाएंगे।
एक्सप्रेस वे के समानांतर ट्रैक
नोएडा ग्रेटर नोएडा के बीच बन रहा मेट्रो ट्रैक नोएडा में सेक्टरों के बीच से होकर सेक्टर 71 तक पहुंच रहा है। अगर दिल्ली से आने वाली यात्री मौजूदा मेट्रो लाइन से होकर जेवर हवाई अड्डे तक पहुंचेंगे तो उन्हें अधिक समय लगेगा। इसलिए नोएडा-ग्रेटर नोएडा मेट्रो को सीधे एक्सप्रेस वे के समानांतर दिल्ली तक बनाने की योजना है, ताकि कम समय में जेवर हवाई अड्डे तक पहुंचा जा सके।
यमुना प्राधिकरण के सीईओ डा. अरुणवीर सिंह का कहना है कि मेट्रो की फिजिबिलिटी रिपोर्ट व डीपीआर तैयार करने के लिए डीएमआरसी को पत्र भेजा जा चुका है। जेवर हवाई अड्डे के यात्रियों की सुविधा को देखते हुए ग्रेटर नोएडा से जेवर तक नॉन स्टॉप मेट्रो चलाने पर भी विचार किया जा रहा है।