सिख रीति-रिवाज से शादी के बाद कपिल शर्मा के साथ विदा हुई गिन्नी

जालंधर। कॉमेडियन कपिल शर्मा और गिन्नी चतरथ की शादी की रस्में वीरवार को संपन्न हो गईं। बुधवार रात हिंदू रीति-रिवाजों से फेरे लेने के बाद दोनों ने वीरवार देर शाम सिख रीति-रिवाजों से विवाह किया। वीरवार दोपहर तक गिन्नी के घर के आगे सन्नाटा पसरा रहा। दोपहर 3.45 पर दोनों हरदेव नगर स्थित गिन्नी के घर पहुंचे। 5 बजे मेहमान आना शुरू हुए और छह बजे के बाद शादी की रस्में शुरू की गई। फेमिली डिनर के बाद रात करीब दस बजे गिन्नी की डोली बैंड-बाजे के साथ अमृतसर रवाना की गई। इस शादी में सिर्फ रिश्तेदार और खास मेहमान ही मौजूद थे।

लावां (फेरे) लेने के मौके कपिल ने सफेद कुर्ते-पायजामे के साथ पिंक पगड़ी बांधी। गिन्नी ने पिंक कलर का लहंगा पहन रखा था। गिन्नी ने फेरों के समय घूंघट भी निकाला। श्री गुरु ग्रंथ साहिब को गुलाबी रंग का रुमाला साहिब भेंट किया।

यू-ट्यूब लाइव हुए कपिल-गिन्नी

सिख रीति-रिवाज से हुई शादी यूट्यूब पर पूरी दुनिया के सामने लाइव की गई। ‘कपिलशर्माके9’ पर लाइव होने के बाद एक घंटे में ही 15 हजार से ज्यादा लोगों के व्यूज मिले।

नहीं पहुंचे गुत्थी

शादी में बॉलीवुड के नामी सितारे तो नहीं पहुंचे, लेकिन मुंबई के स्पेशल गेस्ट के साथ महफिल में रौनक लगी रही। कपिल शर्मा की मुंह बोली बहन रिचा शर्मा लेडीज संगीत अटेंड कर लखनऊ के लिए निकल गईं। सुनील ग्रोवर उर्फ गुत्थी शादी में नहीं पहुंचे।

मुंडे वाले’ का टैग लगाना सामाजिक संगठनों को अखरा

कपिल-गिन्नी की शादी कई मायनों में अलग रही। शाही पकवानों की लंबी फेहरिस्त के साथ खाना वेस्ट न जाए, इसलिए बचे खाने को जरूरतमंदों तक पहुंचाने के लिए एनजीओ भी सक्रिय रहे। इन सारी बातों के बीच मेहमानों के कपड़ों पर  ‘मुंडे वाले’ (लड़के वाले) का टैग लगाना सामाजिक संगठनों को खासा अखरा।

संगठनों ने कहा कि ‘मुंडे वाले’ का टैग लगाकर जिस तरह मेहमानों को लड़की वालों से अलग करने का प्रयास किया गया, वह ठीक नहीं है। विश्व हिंदू परिषद के विभाग सेवा प्रमुख राकेश मदान का कहना है कि बड़े आंदोलनों के बाद हमारा देश सामाजिक समानता की परिपाटी अपना रहा है। ऐसे में लड़के वाले, लड़की वाले जैसे शब्द सामाजिक समानता को खिन्न करने का प्रयास है। हमारे समाज में कन्यादान को महादान माना गया है। ऐसे में मुंडे वाले कहकर कपिल शर्मा ने क्या दिखाने का प्रयास किया है, यह समझ से परे है।

धर्म जागरण समन्वय विभाग के प्रांत संयोजक दिनेश शर्मा ने भी मुंडे वाले का टैग लगाए जाने पर आपत्ति व्यक्त करते हुए कहा कि इससे कपिल शर्मा ने लड़की वालों को नीचा दिखाने का प्रयास किया है जो गलत है। हमारे समाज में बेटियों को पूजा जाता है। समाज को विभाजित करने का प्रयास बिल्कुल मान्य नहीं है। ऐसा कर कपिल ने गलत परंपरा शुरू करने का प्रयास किया है।