
बिहार सरकार द्वारा पंचायत चुनाव के ऐलान के साथ हीं मुजफ्फरपुर में चुनाव की सरगर्मी बढ गयी है। पंचायती राज प्रणाली के छे पदों के उम्मीदवारों के साथ साथ जिला प्रशासन नें तैयारी तेज कर दिया है। जिले के सभी 16 प्रखंडों में पहले 385 ग्राम पंचायत थे। नगर क्षेत्र के पिछले विस्तार में 12 पंचायतों को नगर क्षेत्र में शामिल कर लिया गया है। इस तरह जिले में अब 373 ग्राम पंचायत हैं। इनमें मुखिया और सरपंच के 373 पद, जिला परिषद सदस्य के 54 पद, पंचायत समति सदस्य के 518 पद तथा वार्ड सदस्य एवं पंच के 5108 पद हैं।
जिला पंचायती राज पदाधिकारी फैयाज़ अख्तर नें बताता कि इन सभी पदों पर चुनाव कराने की तैयारी जोरों पर है। मतदाता सुचि तैयार कर लिया गया है जिसके मुताबिक, मतदाताओं की संख्या लगभग 29 लाख 86 हजार है।मुजफ्फरपुर में पहले दस चरणों में चुनाव कराने की तैयारी की जा रही थी। उसके अनुसार चरणवार प्रखंडों का निर्धारण किया गया था। सरकार द्वारा 11 चरण में चुनाव कराने के निर्णय के बाद उसमें बदलाव किया जा सकता है। पंचायती राज पदाधिकारी ने कहा कि बाढ प्रभावित प्रखंडों में अंतिम चरणों में मतदान कराने की तैयारी चल रही है। जिले के तीन प्रखंड कटरा औराई और गायघाट बाढ प्रभावित हैं। इन इलाकों में नवम्बर दिसम्बर में मतदान कराया जाएगा ताकि वोटिंग प्रतिशत पर बाढ का असर कम-से-कम हो। पंचायत चुनाव के चार पदों के चुनाव के लिए पर्याप्त संख्या में ईवीएम मंगवा लिया गया है जिन्हें तैयार कराया जा रहा है।
मतदान का प्रतिशत बढाने के लिए इस साल पंचायत चुनाव में मतदान कर्मियों की संख्या बढा दी गयी है। पंचायती राज पदाधिकारी फैयाज़ अख्तर नें कहा कि मतदान केन्द्रों पर अब 4 के बदले 6 मतदानकर्मी तैनात होंगे क्योंकि ईवीए और मतपत्र दोनो का इस्तेमाल किया जाना है। मुखिया, जिला परिषद सदस्य, पंचायत समिति सदस्य और वार्ड सदस्य का चुनाव ईवीएम से होगा जबकि सरपंच और पंच का चुनाव मतपत्र से कराया जाएगा।
पंचायत चुनाव को लेकर पुलिस भी ऐक्शन में आ गयी है। एसएसपी जयंतकांत के निर्देश पर संदिग्धों की सूचि तैयार की जा रही है। उनकी धर पकड़ या उन्हें बाउन्ड डाउन कराने का निर्देश सभी थानाध्क्षों को दे दिया गया है। गंभीर अपराध के गिरफ्तारी के लिए सभी आईओ को अलर्ट कर दिया गया है। औराई, मीनापुर, सकरा और बोचहां इलाकों में गिरफ्तारी भी हुई है। डीएसपी पूर्वी मनोज कुमार पांडे नें बताया कि आसन्न पंचायत चुनाव को देखते हुए पुलिस चौकस हो गयी है। जिन लोगों की गतिविधि की वजह से मतदान प्रभावित हो सकता है उन्हें कानून के दायरे में लाया जाएगा।