रोडवेज ने वसूला बढ़ा किराया, तो यात्रियों का जमकर हंगामा, चालकों ने खड़ी कीं बसें

मेरठ में रैपिड रेल परियोजना के लिए किए गए रूट डायवर्जन का बोझ रोडवेज बसों के यात्रियों को झेलना पड़ रहा है। दिल्ली से मेरठ आने वाली बसें अब वाया कंकरखेड़ा भैसाली बस अड्डे पर पहुंच रही हैं। इसके चलते दूरी बढ़ गई है। बसों को कैंटोनमेंट का एंट्री टैक्स भी देना पड़ रहा है। इसके चलते किराया 10 रुपये तक बढ़ गया है। लेकिन इस किराए को अभी तक सभी ईटीएम में फीड नहीं किया जा सका है। टिकट और किराए में 10 रुपये का अंतर होने से यात्री परिचालकों से भिड़ रहे हैं, उनके साथ मारपीट कर रहे है। इससे गुस्साए परिचालकों ने हाथ खड़े कर दिए हैं। रविवार को इसे लेकर खूब हंगामा हुआ, जिसके बाद चालक व परिचालकों ने बसों पर जाने से इनकार कर दिया। 

दिल्ली रोड पर रैपिड रेल के काम चलने के चलते दिल्ली की ओर से आने वाली बसों और भारी वाहनों का दिल्ली रोड से शहर में प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया गया है। फिलहाल रोडवेज की बसें एनएच-58 से होकर रोहटा रोड से जलीकोठी होकर भैसाली अड़्डे तक पहुंच रही हैं। 

रविवार को जैसे ही बस परिचालकों ने यात्रियों से बढ़ा किराया वसूलना शुरू किया, तो उन्होंने हंगामा कर दिया और बढ़े किराए के साथ टिकट देने की बात कही। वहीं परिचालकों का कहना था कि अभी बढ़े किराए को ईटीएम में फीड नहीं किया जा सका है, इसलिए वह इसे टिकट पर एड नहीं कर रहे। इस पर भी यात्री नहीं माने और जमकर हंगामा किया। इसके बाद गुस्साए रोडवेज परिचालकों ने हाथ खड़े कर दिए और बसें ले जाने से इनकार कर दिया। 

वहीं बसें नहीं चलने पर डग्गामार बसों ने फायदा उठाना शरू कर दिया है। बस अड्डे के सामने से ही ये बसें सवारी लेकर जा रही हैं। बता दें कि महंगे डीजल से विभाग की हालत पहले ही खस्ता है।  

करीब 200 बसों का होता है संचालन 

भैसाली बस अड्डे से मेरठ और भैसाली डिपो की करीब 200 बसों का संचालन दिल्ली, कौशांबी, गाजियाबाद आदि के लिए होता है। इसके अलावा गाजियाबाद डिपो, कौशांबी डिपो, साहिबाबाद डिपो आदि के साथ ही हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान, उत्तराखंड डिपो की भी बसें भैसाली अड्डे तक आती हैं। अब इन सभी बसों को परतापर से एनएच-58 होते हुए कंकरखेड़ा होकर आना होगा। 

दिल्ली जाना नहीं होगा महंगा

मेरठ से दिल्ली की ओर जाने वाली सभी बसें पहले की तरह अपने निर्धारित रूट शहर के अंदर से ही होकर चलेंगी। इसके चलते इसका किराया पहले की ही तरह रहेगा।