मुंगेर में ही बिक गईं थीं जबलपुर से तस्करी कर लाई गईं 20 एके 47 राइफलें

मुंगेर । मध्य प्रदेश के जबलपुर ऑर्डिनेंस डिपो से एके 47 राइफल की तस्करी मामले के अनुसंधान में जुटी पुलिस ने शेखपुरा और गया में छापेमारी कर वहां से दो हथियार तस्करों को गिरफ्तार किया है। इस मामले में पुलिस ने मुंगेर के मकसुसपुर से भी एक अन्य हथियार तस्कर को दबोचा है।

पुलिस पदाधिकारियों को उनसे पूछताछ के दौरान अति महत्वपूर्ण जानकारियां मिली हैं। उनसे पता चला है कि जबलपुर से तस्करी कर लाई गईं एके-47 राइफलों में से 20 राइफलें अकेले मुंगेर के ही अपराधियों को बेची गई हैं।

एसपी बाबू राम ने बताया कि बीते दिनों झारखंड के रामगढ़ से गिरफ्तार कर लाए गए मंजर उर्फ मंजी खान के साले मोनाजिर से पूछताछ में मिली जानकारी के आधार पर शेखपुरा के चेवड़ा में छापेमारी कर उत्तर प्रदेश के मऊ जिला अंतर्गत हलदरपुर थाने के जगदीशपुर निवासी आकाश को गिरफ्तार किया गया था।

उसके खिलाफ मऊ जिले के थानों में आम्र्स तस्करी के कई मामले दर्ज हैं। वह शेखपुरा में एक बिजली कंपनी के लिए पोल लगाने का काम करता था। मंजर उर्फ मंजी से संपर्क रहने के कारण वह हथियार की तस्करी का कारोबार भी करता था।

मंजर पुलिस से बचने के लिए 15 -16 सितंबर तथा  20 से 25 सितंबर तक उसी के पास छिपा हुआ था। उस दौरान वह बातचीत के लिए आकाश के नाम से निर्गत मोबाइल सिम का इस्तेमाल कर रहा था। पुलिस ने उसका पता लगाकर छापेमारी कर आकाश को गिरफ्तार कर लिया। उसने पुलिस को बताया कि मंजर उसके पास आया था, लेकिन वह गया में सक्रिय हथियार तस्कर राजीव रंजन के साथ बाहर निकल गया।

इस सूचना पर  पुलिस ने तत्काल वहां ताबड़तोड़ छापेमारी कर गया जिले के मेडिकल थाना क्षेत्र के शोभनबिगा में रहने वाले रामचरित्र ङ्क्षसह के पुत्र राजीव रंजन को गिरफ्तार कर लिया। वह गया जिले में हीरोडीह स्थित प्राथमिक विद्यालय में शिक्षक है।

पूछताछ के दौरान उसने पुलिस को बताया कि मंजर उसके ड्रायवर व औरंगाबाद के एक हथियार तस्कर के साथ पुलिस के पहुंचने से पहले ही निकल चुका था। एसपी बाबू राम ने बताया कि राजीव रंजन गया के एक बड़े आम्र्स डीलर के माध्यम से मंजी उर्फ मंजी खान के संपर्क में आया था। इसके बाद से वह हर महीने औसतन 15 पिस्टल खरीद कर गया में महंगे दामों पर बेचने लगा था।

उधर, रिमांड पर लिए गए इरफान ने पूछताछ के दौरान पुलिस को बताया कि शमशेर व इमरान से एके 47 राइफल लेकर उन्हें बेचने का कार्य वही करता था। पांच एके-47 राइफल उसने कासिम बाजार थाना क्षेत्र के मकसुसपुर निवासी सुरेश मिस्त्री उर्फ लुल्ला को बेची हैं।

वहीं, 15 अन्य एके-47 राइफलें उसने मुंगेर के अपराधियों को बेची हैं। इस सूचना के बाद पुलिस ने सुरेश मिस्त्री को गिरफ्तार कर लिया। उसने पुलिस को बताया कि उसने दो अपराधियों के माध्यम से सारी एके-47 राइफलें बेच दीं। उनमें से एक अपराधी अब भी जेल में बंद है तथा दूसरा जेल से बाहर है।

इरफान ने पुलिस के समक्ष दिए स्वीकारोक्ति बयान में कहा कि प्रत्येक एके-47 राइफल की बिक्री पर उसे बतौर कमीशन  25 हजार रुपये मिलते थे। एसपी ने बताया कि पूछताछ के दौरान आठ लोगों के नाम सामने आए हैं। उनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है।

उन्होंने कहा कि अभी तक एनआइए की टीम मुंगेर नहीं पहुंची है। जब तक एनआइए मुंगेर नहीं आ जाती है, तब तक पुलिस अनुसंधान जारी रहेगा।