भारत पाक युद्ध में कूदे यूएस और रूस, पाक के साथ आया अमेरिका, रूस ने दिया भारत का सहयोग

तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति निक्सन और भारत की प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के बीच खटास के चलते अमेरिका ने पाकिस्तान का साथ दिया तो वहीं भारत की सहायता सोवियत संघ ने की।  युद्ध शुरू होने के कुछ समय पहले ही भारत ने रूस के साथ सोवियत-भारत शांति, मैत्री और सहयोग संधि की थी। अमेरिकी नौसेना को बंगाल की खाड़ी की ओर बढ़ता देख रूस ने भारत का सहयोग करने के लिए परमाणु क्षमता से लैस पनडुब्बी और विध्वंसक जहाजों को प्रशांत महासागर से हिंद महासागर की ओर भेज दिया। यूएस का सातवां बेड़ा पाकिस्तान की सहायता करने के लिए बंगाल की खाड़ी में पहुंच पाता,  उससे पहले ही पाकिस्तानी सेना ने 16 दिसंबर 1971 को भारत के सामने आत्मसमर्पण कर घुटने टेक दिए। हालांकि भारत के सहयोगी बने रूस की नौसेना ने सातवें बेड़े का पीछा तब तक नहीं छोड़ा, जब तक वह वापस नहीं लौट गया।16 दिसंबर, 1971 भारत के आधुनिक इतिहास का ऐसा दिन जिस दिन हमारे सैन्य बलों ने  बड़ी कामयाबी हासिल की। और लंबे संघर्ष के बाद पूर्वी  पाकिस्तान  बांग्लादेश को मुक्ति दिलाकर एक नए राष्ट्र के रूप में पहचान दिलाई। भारत ने अपने दुश्मन को ध्वस्त किया और  पाकिस्तान से अलग करके एक स्वतंत्र राष्ट्र बनने को बेचैन पूर्वी पाकिस्तान बांग्लादेश का स्वतंत्र सपने को साकार किया।