
नालंदा मेडिकल कालेज एवं अस्पताल (NMCH) के शिशु रोग विभाग में बुधवार को वायरल बुखार पीड़ित एक और बच्चे की मौत हो गई। डेढ़ साल का यह बच्चा राजधानी पटना के रामकृष्णा नगर का निवासी था। अब तक वायरल बुखार से एनएमसीएच में सात बच्चों की मौत हो चुकी है। अभी यहां 23 बच्चों का इलाज चल रहा है। वहीं गोपालगंज जिले में बच्चों में वायरल बुखार का प्रकोप जारी है। अब बच्चों में चमकी बुखार के लक्षण भी देखने को मिल रहे हैं। बुधवार को भी सदर अस्पताल के ओपीडी सहित शहर के निजी अस्पतालों मेंं वायरल बुखार से पीडि़त पीडि़त तीन सौ बच्चोंं का इलाज के लिए पहुंचे। वहीं मुजफ्फरपुर जिले में वायरल बुखार के 122 मरीज इलाजरत हैं।
इनमें एसकेएमसीएच में 90 तथा केजरीवाल अस्पताल में 68 भर्ती हैं। एसकेएमसीएच में पिछले 24 घंटे में 10 और केजरीवाल अस्पताल में 36 मरीज भर्ती हुए हैं। इस बीच स्वस्थ होने के बाद एसकेएमसीएच से 36 तो केजरीवाल से 37 बच्चे डिस्चार्ज किए गए हैं। जिले के सभी 16 प्रखंडों में वायरल बुखार का प्रकोप है। अयांश की हालत वायरल बुखार के कारण अचानक बिगड़ गई है। तेज बुखार और सांस में तकलीफ के बाद उसे हास्पिटल में भर्ती कराया गया। अस्पताल के अधीक्षक डा. कुमार आशीष ने बताया कि आक्सीजन स्तर 80 पर पहुंचने के बाद उसे आइसीयू में रखा गया। इसके बाद बुखार कम होने लगा और हालत में सुधार है। बताते चलें कि स्पाइनल मस्कुलर एस्ट्राफी रोग दस लाख में से किसी एक को होता है और इसका 16 करोड़ रुपये का एक इंजेक्शन है, जिसके लिए स्वजन चंदा कर पैसे एकत्र कर रहे हैं।