बुंदेलखंड के विकास का द्वार बनेगा एक्सप्रेस-वे

बुंदेलखंड के विकास के लिए एक्सप्रेस-वे महत्वपूर्ण कड़ी साबित होगा।  यह एक्सप्रेस वे केवल आवागमन का माध्यम नहीं, बल्कि बुंदेलखंड जिसका आजादी के बाद से लगातार उपेक्षा की गई, उसके विकास की जीवन रेखा बनेगी। बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे का जल्द ही उद्घाटन होने जा रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को इसके लिए तैयारियां पूरी करने के निर्देश दिए हैं।

एक्सप्रेस-वे शुरू होने से बुंदेलखंड के विकास को नई गति मिलेगी। इसका सीधा लाभ आर्थिक रूप से कम विकसित जिलों चित्रकूट, बांदा, हमीरपुर और जालौन जैसे जिलों को मिलेगा। यह एक्सप्रेस-वे बुंदेलखंड को देश की राजधानी दिल्ली से आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे और यमुना एक्सप्रेस-वे के माध्यम से जोड़ेगा। इसके साथ ही बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे क्षेत्र की सामाजिक और आर्थिक विकास में बड़ा योगदान देगा। इसके माध्यम से कृषि, वाणिज्य, पर्यटन और उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा और लोगों की आय में वृद्धि होगी।

बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे के माध्यम से क्षेत्र के उद्योगों की देश के राजधानी तक पहुंच आसान होगी। एक्सप्रेस-वे के दोनों तरफ औद्योगिक कारीडोर विकसित किया जाएगा, जिससे उद्योग की स्थापना के अवसर उपलब्ध होंगे। बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे खाद्य प्रसंस्करण और दुग्ध आधारित उद्योगों के लिए बहुत उपयोगी साबित होगा। उत्पादों को कम समय में बाजार तक पहुंचाने में सहूलियत होगी। बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे के शुरू हो जाने पर क्षेत्र के लोगों के लिए रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।

बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे की लंबाई 296 किलोमीटर है। यह चित्रकूट जनपद से शुरू होकर इटावा जनपद तक जाएगी। इसका निर्माण लगभग पूरा हो चुका है। इसे जल्द ही जनता को समर्पित कर दिया जाएगा।