बीएचयू ने दिया दाखिले के लिए पांच दिन का और मौका, जरुरी बाते

काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू)  में यूजी, पीजी में दाखिले के लिए ऑनलाइन आवेदन करने वालों के लिए अहम खबर है। अब उनके पास केवल पांच दिन का मौका है। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) की ओर से कराई जाने वाली प्रवेश परीक्षा के लिए छह सितंबर तक अभ्यर्थी आवेदन कर सकेंगे। जहां 29 सितंबर से वाराणसी समेत देश भर में बने 185 केंद्रों पर प्रवेश परीक्षाएं कराई जाएंगी, वहीं नए सत्र के लिए अक्तूबर के अंतिम सप्ताह से काउंसिलिंग की भी तैयारी चल रही है। 

विश्वविद्यालय में  प्रवेश के लिए हर साल देश भर से पांच लाख से अधिक आवेदन आते हैं। इस बार यूजी में 23 और पीजी के 94 कोर्स के लिए एनटीए की ओर से 14 अगस्त से ही ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया शुरू की गई है। एनटीए की ओर से आवेदन की अंतिम तिथि छह सितंबर घोषित की गई है।

अभ्यर्थी सात सितंबर की रात 11.50 बजे तक ऑनलाइन फीस भी जमा कर सकते हैं। माना जा रहा है कि अक्तूबर के अंतिम सप्ताह से काउंसिलिंग भी शुरू हो जाएगी। जो छात्र बीएचयू  में दाखिला लेना चाहते हैं वे अब अलग-अलग कोर्सेज के लिए विश्वविद्यालय की आधिकारिक वेबसाइट bhuet.nta.nic.in पर जाकर आवेदन कर सकते हैं। 

अंतिम वर्ष की कक्षाएं शुरू, पहले दिन कम रही उपस्थिति

कोरोना संक्रमण की वजह से बीएचयू में बंद चल रही कक्षाओं का संचालन एक सितंबर से शुरू हो गया, लेकिन हॉस्टलों में आवंटन के लिए छात्रों को इंतजार करना पड़ेगा। कुछ हॉस्टलों में बाहरी छात्रों के रहने की वजह से नए सिरे से आवंटन की प्रक्रिया शुरू होने में कुछ समय लग सकता है। हॉस्टल से जुड़े अधिकारियों ने बाहरी छात्रों की सूची सौंपकर इसे खाली कराने को कहा है।

इसके बाद ही आवंटन शुरू होने की संभावना है। पिछले सप्ताह प्रभारी कुलपति की अध्यक्षता में बैठक में ही एक सितंबर से कक्षाएं शुरू करने पर निर्णय लिया गया था। पहले दिन बुधवार को कला संकाय, विज्ञान संकाय, सामाजिक विज्ञान संकाय, वाणिज्य संकाय, कृषि विज्ञान संस्थान में अंतिम वर्ष के विद्यार्थी पहुंचे। पहले दिन उपस्थिति कम रही। आने वाले दिनों में संख्या बढ़ सकती है। उधर, छात्रावासों में ऑनलाइन आवेदन वाले छात्र आवंटन का इंतजार कर रहे हैं। 

पहले खाली होंगे हॉस्टल, तब होगा आवंटन 

विश्वविद्यालय में कला और सामाजिक विज्ञान संकाय में हॉस्टल आवंटन की प्रक्रिया फंस गई है। पहले पूरी तरह हॉस्टल खाली कराया जाएगा, इसके बाद ही आवंटन होगा। बुधवार को प्रभारी कुलपति प्रो. वीके शुक्ला की अध्यक्षता में हुई बैठक में फैसला लिया गया। छात्रावास से जुड़े अधिकारियों ने हॉस्टलों में बाहरी छात्रों की जानकारी देने के साथ ही सूची भी सौंपी। माना जा रहा है कि जल्द ही विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से हॉस्टल खाली कराने की दिशा में कदम उठाया जाएगा।