बिहार पंचायत चुनाव: जानें वजह? पटना में 114 पंचों का फिर से होगा चुनाव

पटना में 114 पंचों का फिर से चुनाव होगा। ऐसा इसलिए हो रहा है, क्योंकि इन पदों के लिए इस बार पंचायत चुनाव में किसी ने नामांकन ही नहीं किया है। सोमवार को दानापुर और मनेर प्रखंड में नामांकन पत्रों को वापस लेने की तिथि निर्धारित की गई थी।

जिन प्रखंडों में पंच पद रिक्त रह गया है, उसमें फुलवारीशरीफ में 23, धनरुआ में 18, पालीगंज में 14, बाढ़ में 11, दनियावां में 70 बिक्रम में 50, मनेर में 5, दानापुर में 5, पटना सदर में 4, बख्तियारपुर में 4, बेलछी में 4, मसौढ़ी में 4, पंडारक में 3, दुल्हिनबाजार, धनरुआ, संपतचक, फतुहा, घोसवरी, अथमलगोला और मोकामा में एक-एक पद रिक्त हैं।

खुसरूपुर, नौबतपुर और पुनपुन ऐसे प्रखंड हैं, जहां पंचायत चुनाव में इस बार पंच का पद रिक्त नहीं हुआ। दरअसल, प्रत्येक वार्ड में एक पंच पद पर चुनाव होना है। पंचायत चुनाव में यही एक ऐसा पद है जिसमें सबसे अधिक निर्विरोध चुनाव हुआ है। इसके बाद वार्ड सदस्य निर्विरोध चुने गए हैं, लेकिन ज्यादातर जगहों पर पंच पद को लेकर लोगों में उत्साह नहीं दिखा। अधिकारियों का कहना है कि पंच के रिक्त पदों पर फिर से चुनाव के लिए राज्य निर्वाचन आयोग की ओर से तिथि की घोषणा की जाएगी। उसके बाद चुनाव की प्रक्रिया शुरू होगी। इस पद के लिए बैलेट पेपर से मतदान हो रहा है।   

पटना में पंच के हैं 4147 पद

पटना जिले के 309 पंचायतों में पंच पद के लिए कुल 4147 पद निर्धारित हैं। इसमें इस बार केवल 4033 पदों पर ही चुनाव हो रहा है। हालांकि इस बार पंच पद पर अधिकतम दो से तीन प्रत्याशी ही चुनाव मैदान में रहे। फुलवारीशरीफ का एक मतदान केंद्र ऐसा था जहां 15 नवंबर को चुनाव संपन्न हुआ था। यहां पंच पद के लिए दो प्रत्याशियों में टक्कर थी लेकिन मतदाताओं ने गलत बैलेट पेपर ही डाल दिया, जिससे चुनाव को रद्द करना पड़ा था। 24 नवंबर को इस मतदान केंद्र पर फिर से पंच पद के लिए मतदान कराया गया।