बिहार के मुंगेर में बना हवा महल, समां बांधने आएंगे जावेद अली और बी प्राक समेत कई बड़े सितारे

दुर्गापूजा पर कल्याणपुर में जयपुर के हवा महल की तरह पंडाल बनाया जा रहा है। इस बार मां दुर्गा हवा महल में विराजेंगी। पंडाल बनाने का काम शुरू हो गया है। बंगाल से आए कारीगर इसमें जुट गए हैं। इस तरह का पंडाल मुंगेर ही नहीं बल्कि कई जिलों के आकर्षण का केंद्र रहेगा। दुर्गा पूजा महोत्सव पर कल्याणपुर में देश के नामचीन प्लेबैक सिंगर बी प्राक नवमी यानी 14 अक्टूबर को माता का दरबार सजाएंगे। विजयादशमी के दिन प्रसिद्ध प्लेबैक सिंगर जावेद अली का कार्यक्रम होगा। देश के प्रसिद्ध सिंगर अपनी आवाज से माता की दरबार का चार-चांद लगाएंगे। कल्याणपुर का दुर्गापूजा महोत्सव का इतिहास काफी पुराना है। तीन सौ वर्ष से ज्यादा से यहां मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित की जा रही है। हरिओम होमियो के प्रबंध निदेशक और देश के प्रसिद्ध होम्याेपैथ चिकित्सक डा. नीतीश चंद्र दुबे बताते हैं कि महारानी की कृपा से ही यहां हर बार दुर्गा पूजा महोत्सव काफी धूमधाम से होता है। हर वर्ष देश के नामचीन गायक माता के दरबार में पहुंचते हैं। 2018 में हिमेश रेशमिया तो 2019 में आनंद राज आनंद, मु. अजीज, सपना अवस्थी,सब्बीर कुंमार,अल्ताफ राजा सरीखे के बालीवुड सिंगर अपनी आवाज से महफ़िल को सजा चुके हैं।

हर देशवासियों के जुबां पर रहने वाला प्लेबैक सिंगर बी प्राक की फेमस गाना ‘तेरी मिट्टी में मिल जावा, गुल बनके मैं खिल जांवा…’ के गीतकार को की आवाजों पर जिलेवासी मदमस्त होंगे। नवमी के दिन बी प्राक के गाने मेरा यार हंस रहा बारिश की जाए, मैं किसी और का हूं फिलहाल जैसे गीतों पर लोग झूमेंगे। पहल बार बिहार आ रहे प्लेबैक सिंगर जावेद अली भी कजरारे कजरारे तेरे कारे करे नैना, कुंग फाया कुंग फाया, नगाड़ा नगाड़ा जैसे अपने फेमस गानों पर सभी को झूमाएंगे। माता के भक्तों को शारदीय नवरात्र का इंतजार बेसब्री से रहता है। इस पर्व को देशभर में पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। नवरात्रि में नौ दिन तक चलने वाले शारदीय नवरात्रि में मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है। नवरात्रि के दिन काे काफी पवित्र माना जाता है। इस बार नवरात्र सात अक्टूबर से 15 अक्टूबर शुक्रवार तक है। पंडित सुनील झा ने बताया कि शास्त्रों के अनुसार नवरात्र का पहला दिन बहुत महत्वपूर्ण है। नवरात्र के पहले दिन ही कलश की स्थापना की जाती है। ऐसी मान्यता है कि कलश को भगवान विष्णु का रूप माना जाता है। इसलिए नवरात्रि पूजा से पहले कलश की स्थापना की जाती है