
धांधली मामले में विद्युत निगम की जांच कमेटी की रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि कुछ कर्मचारियों और अधिकारियों ने बिल्डरों को लाभ पहुंचाने के लिए बिना मीटर लगाए ही अस्थायी कनेक्शन चालू कर दिए थे। उन्होंने इन कनेक्शन का न्यूनतम बिल बनाकर भुगतान लेना भी शुरू कर दिया। नियमानुसार बिना मीटर किसी भी कनेक्शन को चालू नहीं किया जाता है।
स्थायी बिजली कनेक्शन में धांधली के मामले में तीन अधिशासी अभियंता समेत 23 का दूर दूसरे जिलों में तबादला किया गया है। इस मामले में चार्जशीट भी लिखनी शुरू कर दी गई है। सप्ताहभर में सभी आरोपी अभियंताओं तक चार्जशीट पहुंच जाएगी। चार्जशीट जारी होने के बाद तीन महीने में पूरी जांच कर ली जाएगी। इसके बाद आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। अभियंताओं के तबादले के बाद रिक्त हुए पदों पर दूसरे जिलों से अभियंताओं की तैनाती भी शुरू हो गई। तीन एसडीओ और सात जेई का दूसरे जिलों से शहर के लिए तबादला किया गया है।
आरोपी अभियंताओं के तबादले के बाद रिक्त पद भरने के लिए कार्रवाई शुरू हो गई। अभी 10 अभियंताओं को शहर में तैनाती के आदेश मिले हैं। जल्द ही उन्हें प्रभार दिया जाएगा। अस्थायी कनेक्शन मामले में सबसे ज्यादा लापरवाही ग्रेटर नोएडा दफ्तर में मिली है।