पानी की टंकी में मिला शव, पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए भेजा शव

गोरखपुर जिले के गोरखनाथ इलाके के हुमायूंपुर हड़हवा फाटक के पास रिटायर्ड कृषि इंस्पेक्टर सुरेंद्र सिंह के मकान की छत पर स्थित पानी की टंकी में मिले युवक की लाश का राज और गहरा गया है। गुरुवार को 72 घंटे की अवधि पूरी होने पर पोस्टमार्टम कराया गया लेकिन मौत की वजह साफ नहीं हो पाई है। पुलिस अब युवक के डीएनए की जांच कराएगी। पहले पुलिस की पड़ताल पहचान पर थी। कोशिश थी कि पहचान होने के बाद मामला खुल जाएगा लेकिन इसमें सफलता ना मिलने पर मौत की वजह पर फोकस था। उम्मीद थी कि मौत की वजह साफ होने पर उसी दिशा में जांच को आगे बढ़ाया जाएगा लेकिन अब वजह साफ ना होने की वजह से मामला उलझ गया है।

जानकारी के मुताबिक, गुरुवार की शाम को दो डॉक्टरों की टीम ने युवक के शव का पोस्टमार्टम किया। इसकी वीडियोग्राफी भी कराई गई है। मौत की वजह स्पष्ट ना होने पर डॉक्टरों की टीम ने विसरा प्रिजर्व कर लिया है। अब पुलिस डीएनए टेस्ट कराने की तैयारी में है। लापता विशाल के परिजनों के नमूने की जांच से एक बात साफ हो सकती है कि शव दूसरे किसी का है या फिर लापता विशाल का।

पुलिस एक-एक बिंदु पर जांच कर रही है। पुलिस का कहना है कि अब तक की जांच में कुछ भी साफ नहीं हो पाया है। पुलिस हादसा या हत्या, दोनों बिंदु पर जांच को आगे बढ़ा रही है। जांच पर सामने आए तथ्यों के आधार पर जल्द ही घटना का पर्दाफाश कर लिया जाएगा। एसपी सिटी सोनम कुमार ने बताया कि पुलिस की अलग-अलग टीमें जांच कर रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट अभी मिली नहीं है। जांच के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।

यह था मामला

रिटायर्ड कृषि इंस्पेक्टर सुरेंद्र सिंह के मकान की छत पर पानी की टंकी में 29 अगस्त को युवक की लाश मिली थी। बदबू आने पर घरवालों ने टंकी में शव देखा और इसकी सूचना पहले पार्षद और फिर पुलिस को दी थी। तब से पुलिस मामले की जांच कर रही है। जांच के दौरान पास के ही विशाल नाम के युवक के लापता होने की जानकारी मिली थी। मगर उसकी मां ने शव देखकर बेटे का होने से इंकार कर दिया था। पुलिस इसके बाद ही पोस्टमार्टम रिपोर्ट के इंतजार में थी।