परीक्षा देकर बन सकेंगे सुपरवाइजर, हरियाणा में आंगनबाड़ी वर्कर और हेल्पर की बढ़ेगी सैलरी

31 दिसम्बर, 2021 से आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को सेवानिवृत्ति पर एक लाख रुपये तथा सहायक को 50 हजार रुपये मिलेंगे। उन्होंने इसके साथ ही मासिक मानदेय में सितम्बर 2020 से 400 रु और सितम्बर 2021 से 450 रूपये की बढ़ोतरी करने और दो साल (वर्ष 2019-20 और 2020-21) का बकाया देने तथा कोविड-19 के दौरान फ्रंटलाइन वर्कर के रुप में काम करने के लिए सभी आंगनवाड़ी वर्कर को 1000-1000 रुपये प्रोत्साहन राशि के रूप में देने की भी घोषणा की।

मुख्यमंत्री ने यह घोषणाएं चंडीगढ़ में आंगनवाड़ी वर्कर यूनियन के पदाधिकारियों के साथ उनकी मांगों को लेकर हुई बैठक के दौरान की। इस अवसर पर महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री कमलेश ढांडा भी उपस्थित थीं। उन्होंने कहा कि आंगनवाड़ी केंद्रों में किसी आंगनवाड़ी वर्कर और हेल्पर को नहीं हटाया जाएगा। बल्कि राज्य सरकार प्रदेश में आंगनवाड़ी के साथ क्रेच खोलने की दिशा में आगे बढ़ रही है। इन क्रैच में बच्चों के लिए और भी बेहतर सुविधाएं होंगी। इन क्रैच में भर्ती के लिए नए उम्मीदवारों के साथ आंगनवाड़ी वर्करों को भी मौका मिलेगा। इसके अलावा आंगनवाड़ी वर्कर को भविष्य में आयुष्मान भारत योजना के तहत कवर किया जाएगा।

आंगनवाड़ी वर्कर की मृत्यु की सूचना सुनकर मौके पर ही उन्हें तुरंत दो-दो लाख रुपये देने की घोषणा की। आंगनवाड़ी वर्कर को लिखित परीक्षा के माध्यम से सुपरवाइजर के पद पर पदोन्नति हेतु नीति लाई जाएगी। सरकार का प्रयास है कि आंगनवाड़ी भी आधुनिक हों और बच्चों के लिए और बेहतर सुविधाएं शुरू की जाएं। इसी उद्देश्य से सभी आंगनवाड़ी वर्कर को विभाग की ओर से एक-एक मोबाइल फोन दिया जाएगा ताकि वे पोषण ट्रैकर एप पर अपनी आंगनवाड़ी से सम्बंधित संपूर्ण डाटा रिपोर्ट ऑनलाइन अपडेट रखें। इसके लिए उन्हें प्रशक्षिण दिया जाएगा

 मुख्यमंत्री द्वारा की गई घोषणाओं और उनकी मांगे मानने पर श्री खट्टर और श्रीमती ढांडा का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि इन घोषणाओं से प्रदेश में हजारों आंगनवाड़ी वर्कर और हैल्पर के परिवारों को सीधा लाभ मिलेगा और वे इसी तरह जम्मिेदारी से अपने कर्तव्यों का नर्विहन करेंगी।