दुबई को पछाड़कर चौथे नंबर पर पहुंचेगी दिल्ली मेट्रो, मजेंटा के बाद अब कल से पिंक लाइन पर दौड़ेगी बिना ड्राइवर की ट्रेन

25 नवंबर से दिल्ली मेट्रो के सबसे बड़े 59 किलोमीटर लंबे पिंक लाइन (शिव विहार से मजलिस पार्क) पर इसका परिचालन शुरू होगा। इस कदम के बाद दिल्ली मेट्रो दुनिया के शीर्ष पांच देशों की सूची में शामिल हो जाएगी।

 1100 किलोमीटर पूरी दुनिया में नेटवर्क

दुनिया में अबतक चालक रहित मेट्रो परिचालन का नेटवर्क 1100 किलोमीटर का है। दिल्ली मेट्रो की उसमें कुल भागीदारी नौ फीसदी हो जाएगी। साथ ही, दिल्ली मेट्रो सबसे कम समय में दुनिया के चालक रहित मेट्रो नेटवर्क के पांच देशों की सूची में आ जाएगा। दुनिया में सबसे बड़ी चालक रहित मेट्रो रूट में दिल्ली से आगे सिंगापुर (240 किलोमीटर), चीन का शंघाई शहर (102 किलोमीटर) और कुआलालंपुर (98 किलोमीटर) है। दुबई 96 किलोमीटर के साथ दिल्ली मेट्रो से पीछे चला गया है।

रिंग मेट्रो कॉरीडोर कहलाएगी पिंक लाइन

पिंक लाइन कॉरिडोर मेट्रो नेटवर्क का रिंग मेट्रो कहलाएगा। दरअसल, फेज तीन में बने 59 किलोमीटर का यह कॉरिडोर पूरी दिल्ली को आपस में जोड़ता है। अब मेट्रो फेज चार में 12 किलोमीटर का नेटवर्क मौजपुर से मजलिस पार्क के बीच बन रहा है। यह पिंक लाइन का ही विस्तार है, जिसके बाद यह पूरा रिंग बन जाएगा। इस लाइन के किसी एक स्टेशन से चढ़ने के बाद दिल्ली के किसी भी हिस्से में जा सकेंगे।

चालक रहित मेट्रो के फायदे

-दो ट्रेन के बीच की दूरी कम हो सकेगी, जिससे फ्रीक्वेंसी बेहतर करने में मदद मिलेगी।

-मेट्रो और सुरक्षित होगा, किसी भी तरह के हादसे में मैनुअली गलती होने की संभावना होती है जो इसमें नहीं रहेगी।

-चालक रहित मेट्रो की स्पीड और बढ़ाई जा सकती है, जिससे सेवा और बेहतर की जा सकेगी।

फैक्ट फाइल

-1100 किलोमीटर मेट्रो नेटवर्क दुनिया में चालक रहित मेट्रो कहा है।

-38 किलोमीटर अभी दिल्ली मेट्रो का चल रहा है।

-59 किलोमीटर की नई लाइन गुरुवार से शुरू हो जाएगी।