विधानसभा के शीतकालीन सत्र में विपक्ष दिल्लीवासियों की रोजमर्रा की जिंदगी के ज्वलंत मुद्दों को उठाएगा। दिल्ली सरकार के अस्पतालों द्वारा प्राइवेट अस्पतालों और पैथलेबों के साथ मिलकर की जा रही धांधली की सीबीआई जांच की मांग की जाएगी । सदन में ईदगाह पार्किंग के मामले में भ्रम फैलाने की साजिश का पर्दाफाश किया जाएगा।
यह जानकारी संवाददाता सम्मेलन में विजेंद्र गुप्ता, भाजपा विधायक ओम प्रकाश शर्मा और जगदीश प्रधान ने दी। उन्होंने कहा कि सत्र के दौरान पार्किंग नीति को अधिसूचित न करने और समस्या को जान बूझकर उलझाने के प्रयासों को भी जनता के सामने रखा जाएगा।
सरकार पर यह भी दबाव बनाया जाएगा कि वह सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों के परिवारों से मतदाता पहचान पत्रों से संबंधित विवरण प्राप्त करने की कुचेष्ठा न करे। दिल्ली सरकार के खाद्य विभाग का अपनी सरकार के विरुद्ध ई-पाज को लेकर सर्वोच्च न्यायालय जाने की धमकी, पुलिस कंपलेंट अथारिटी जैसे जनहित के मामलों पर भ्रम फैलाने जैसे मामले भी उठाए जाएंगे।
आयुष्मान भारत लागू नहीं करने पर भी पूछेंगे सवाल
विपक्ष के नेता ने कहा कि दिल्ली में आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री आरोग्य योजना को राजनीतिक कारणों से लागू नहीं कर दिल्लीवासियों को होने वाले लाभ से वंचित करने पर भी सवाल उठाएंगे। दिल्ली और मेरठ के बीच बनने वाली रेपिड रेल ट्रंाजिट सिस्टम को लटकाए रखने पर भी सरकार से जवाब मांगा जाएगा।