गुरुग्राम: हाईवे पर फ्लाईओवर का हिस्सा गिरा, NHAI ने बताई ट्रक की गलती

गुरुग्राम एनएच-48 के रामपुरा फ्लाईओवर का एक हिस्सा रविवार देर रात गिर गया। सूचना मिलते ही आधे घंटे में गुरुग्राम पुलिस मौके पर पहुंच गई। उस जगह को घेराबंदी कर वाहनों को किनारे से सावधानीपूर्वक निकाला गया। इस वजह से जयपुर-दिल्ली जाने वाले वाहनों की रफ्तार धीमी हो गई। वाहनों की कतार लग गई।

हाईवे पर करीब 50 हजार वाहन प्रतिदिन गुजरते हैं। रविवार रात करीब 3.30 बजे जयपुर-दिल्ली की ओर फ्लाईओवर के बीच का हिस्सा गिरा है। ऐसे में एक बड़ा हादसा होने से टल गया। संयोग अच्छा था कि कोई घायल नहीं हुआ। हाईवे परियोजना अधिकारी एलआर सिंह ने मौका मुआयना किया। उन्होंने संबंधित कंपनी को मरम्मत करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि निर्माण कंपनी की लापरवाही सामने आई है। उस पर पहले भी जिम्मेदारी से काम नहीं करने का आरोप है। उसे हटाने के लिए नोटिस दिया गया है।

गौरतलब है कि जून में हीरोहोंडा चौक पर फ्लाईओवर में दरार आ गई थी। एनएचएआई के अफसरों में हड़कंप मच गया था। ट्रैफिक को रोककर मरम्मत कार्य कराए गए थे।

नहीं लगी है स्ट्रीट लाइट : रामपुरा फ्लाईओवर पर दोनों ओर करीब 30 स्ट्रीट लाइट के पोल एक साल से खड़े हैं। लेकिन पीटीपीएल कंपनी की ओर से स्ट्रीट लाइट नहीं लगाई गई है।

रामपुरा फ्लाईओवर का हिस्सा गिरने की सूचना मिलते ही परियोजना अधिकारी को मौके पर भेजा गया था। ट्रॉला का टायर बदलने से हिस्सा टूटा है। -एनएल गिरी, परियोजना निदेशक एनएचएआई जयपुर

विपक्ष ने सरकार पर निशाना साधा

फ्लाईओवर का हिस्सा टूटने पर विपक्षी दलों ने सरकार पर निशाना साधा है। नेताओं ने कहा सरकार के विकास कार्यों की पोल खुल रही है। कांग्रेस नेता वर्धन यादव ने कहा कि फ्लाईओवर का टूटना इस बात का सबूत है कि निर्माण में गुणवत्ता से समझौता किया गया। राज्य सरकार के मंत्री विकास कार्यों का श्रेय लेते हैं अब उन्हें इस मामले में स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए। भाजपा सरकार लूटने में लगी है। वहीं इनेलो से टूटकर बनी जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) के नेता राजेश कुमार सूटा ने कहा कि सरकार की ईमानदारी की पोल खुल रही है। भाजपा नेताओं पर कार्रवाई होनी चाहिए।

गलतिया छिपाई जा रहीं

फ्लाईओवर का तीन फीट लंबा और दो फीट चौड़ा हिस्सा गिरने से नीचे में मलबा का ढेर लग गया है। एनएचआई अधिकारियों का कहना है कि 6 दिन पहले ट्राला का टायर फट गया था। उस वजह से एक हिस्सा दब गया था।

फ्लाईओवर 600 मीटर लंबा

दिल्ली-जयपुर एक्सप्रेस-वे के रामपुरा फ्लाईओवर का निर्माण एचएचएआई की ओर से 2013 में कराया गया था। 600 मीटर लंबे फ्लाईओवर निर्माण करने के लिए 15 करोड़ रुपये का ठेका पीटीपीएल कंपनी को दिया था। कंपनी पर आरोप है कि उसने निर्माण में अनियमितता बरती।

48 घंटे में होगी मरम्मत

दोनों तरफ तीन-तीन लेन हैं। फ्लाईओवर पर दो लेने को चालू करके मरम्मत किया जाएगा। 48 घंटे में कार्य पूरे होने की उम्मीद है। मरम्मत के सामान पहुंच गए हैं। एनएचएआई अधिकारियों का कहना है कि 48 घंटे बाद ट्रैफिक को खोला जा सकेगा।

रास्ते को बंद किया

रामपुरा फ्लाईओवर के नीचे रास्ते को पुलिस ने बंद कर दिया गया। इस रास्ते से सेक्टर-79, वाटिका समेत अन्य सेक्टरों के वाहन गुजरते हैं। फ्लाईओवर की मरम्मत होने तक इस रास्ते को बंद रखा जाएगा।