क्या अब स्कूल लेंगे पूरी फीस? जानिए क्या बाेले शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे

शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय ने कहा किसरकारी और निजी स्कूलों में केवल ट्यूशन फीस ही ली जाएगी। स्कूल संचालन के लिए जारी एसओपी में इसका स्पष्ट प्रावधान किया गया है। इससे अतिरिक्त एक भी पैसा नहीं लिया जाएगा। जो स्कूल संचालक, एसओपी का उल्लंघन करेंगे, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

सरकार ने प्राइवेट स्कूलों में फीस को काफी मंथन के बाद निर्णय लिया है। अभी स्कूल प्रारंभिक स्थिति में खुले हैं। शिक्षण को पटरी पर लाने के लिए यह निर्णय किया गया है, बाकी गतिविधियों पर रोक है। पांडेय ने कहा, सभी अफसरों को कड़ी हिदायत दी गई है कि स्कूलों में कोरोना सुरक्षा के मानकों का शत प्रतिशत पालन कराया जाए। छात्रों की सुरक्षा सर्वोपरि है। किसी भी स्तर पर चूक बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

इस बीच पांडेय ने प्रधानाचार्य के रिक्त पदों को भरने के लिए नियमों छूट को लेकर शिक्षा सचिव को प्राथमिकता से प्रस्ताव बनाने के निर्देश दिए। वर्तमान में 1387 इंटर कॉलेज में प्रधानाचार्य के 1007 पद खाली हैं। वर्तमान नियमों के अनुसार हाईस्कूल के हेडमास्टर प्रधानाचार्य के लिए फीडर कैडर हैं। लेकिन हेडमास्टर पद पर पांच साल की सेवा पूरी करने के बाद ही प्रधानाचार्य पद के लिए पात्रता पूरी होती है।

शिक्षा मंत्री का कहना है कि नियमों में शिथिलीकरण कर पांच साल की सेवा को ढाई साल किया जा सकता है। विभागीय नियमावली में इसका प्रावधान भी है। ऐसा होने पर कम सेकम 250 नए प्रधानाचार्य विभाग को मिल जाएंगे।