कांग्रेस की चूक से सलामत है ”विधायकी” मध्य प्रदेश में चार महीने पहले विधायक सचिन बिरला ने बदला दल!

मध्य प्रदेश में एक विधायक सचिन बिरला पर सही चरित्रार्थ हो रही है। चार महीने पहले उपचुनाव में भाजपा को राजनीतिक लाभ लेने के लिए भाजपा ने बिरला को मंच पर अपने साथ कर लिया था और बिरला ने भी कांग्रेस छोड़ने का ऐलान भी कर दिया था। मगर आज तक बिरला विधानसभा सचिवालय के रिकॉर्ड में वे कांग्रेस विधायक बने हैं और विधायक की सभी सुविधाएं मिल रही हैं।

सचिन बिरला ने 24 अक्टूबर को बेड़िया की चुनावी सभा में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की मौजूदगी में भाजपा में शामिल होने का ऐलान किया था। बिरला ने इसके बाद भाजपा के पक्ष में चुनाव प्रचार भी किया था।

 विधानसभा के प्रमुख सचिव अवधेशप्रताप सिंह ने बताया कि कांग्रेस ने जो आवेदन दिया था, उसमें शपथ पत्र और अन्य कमियां थीं जिससे उस पर फैसला नहीं हो सका। कुछ दिन पहले पार्टी के विधायक रवि जोशी की ओर से सचिन बिरला की सदस्यता समाप्ती के लिए आवेदन किया है और उसका परीक्षण किया जा रहा है। विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम उस पर फैसला लेंगे।