ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने किया प्रदेश में रिकार्ड बिजली आपूर्ति का दावा

ऊर्जा मंत्री ने कहा कि पहले प्रदेश में शाम से लेकर रात तक जनता बिजली के लिए परेशान रहती थी। विद्यार्थियों को पढ़ने में परेशानी होती थी वहीं ग्रामीण बिना बिजली के रहते थे। लेकिन चार वर्षों से कटौतीमुक्त बिजली आपूर्ति सुनिश्चित

ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने प्रदेश में रिकार्ड बिजली आपूर्ति का दावा किया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में बीते चार वर्र्षों बिजली की मांग में लगभग 9000 मेगावाट का इजाफा हुआ है। पावर कार्पोरेशन ने इस दौरान रिकार्ड बिजली आपूर्ति की है। मंगलवार को यहां बिजली आपूर्ति व्यवस्था की समीक्षा करते हुए ऊर्जा मंत्री ने कहा कि 2017 के पहले प्रदेश में शाम से लेकर रात तक जनता बिजली के लिए परेशान रहती थी। विद्यार्थियों को पढ़ने में परेशानी होती थी वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में दुकानें व बाजार बिना बिजली के रहते थे। लेकिन मौजूदा सरकार ने चार वर्षों से पूरे प्रदेश को सूर्यास्त से सूर्योदय तक कटौतीमुक्त बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने का प्रयास किया है।

शर्मा ने दावा किया कि 2012-13 से 2016-17 के बीच ग्रामीण क्षेत्रों को औसत आपूर्ति मात्र 12 घंटे 11 मिनट, तहसील मुख्यालयों को 13 घंटे 14 मिनट, जिला मुख्यालयों को 19 घंटे 19 मिनट आपूर्ति की जाती थी। इस सरकार में 2017-18 से ग्रामीण क्षेत्रों को लगातार औसत 17 घंटे 41 मिनट, तहसील मुख्यालय को20 घंटे 45 मिनट तथा जिला मुख्यालयों को लगभग 23 घंटे बिजली आपूर्ति की गई है। पिछली सरकार के मुकाबले मौजूदा सरकार में बिजली आपूर्ति में गुणात्मक सुधार हुआ है। बिजली आपूर्ति के क्षेत्र में लगातार नए रिकार्ड बन रहे हैं। इस बार गर्मियों में औसतन 24000 मेगावाट बिजली आपूर्ति की जा रही है।

ऊर्जा मंत्री ने कहा कि केंद्र व राज्य सरकार की नीतियों और उसके सफल क्त्रिस्यान्वयन तथा ऊर्जा विभाग के कार्मिकों की वजह से उपलब्धि हासिल हुई है। गर्मी और उमस के कारण एसी और कूलर जैसे उपकरणों का उपयोग बढ़ रहा है जिसके कारण बिजली की मांग लगातार बढ़ती जा रही है। लेकिन पावर कार्पोरेशन बेहतर प्रबंधन करते हुए बिजली की बढ़ी हुई मांग को पूरा कर रहा है।