
किराये के बैंक खाते में जमा साइबर धोखाधड़ी के 80 लाख रुपये लेने आये एक नाइजीरियन को फरीदपुर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। उसके पास पासपोर्ट और वीजा भी नहीं है। नाइजीरियन को जिस युवक से रुपये लेने थे उसने और उसकी पत्नी ने नाम व धर्म बदलकर बैंक खाते खुलवा रखे थे। नाइजीरियन ने दोनों के खातों में ठगी का पैसा भेज दिया। दंपति ने बेईमानी कर ली। वह रुपये नाइजीरियन को नहीं दे रहे थे। रुपये लेने के लिये ही दिल्ली से नाइजीरियन बरेली आया था। एसपी क्राइम समेत पूरी टीम उससे पूछताछ कर रही है।
तीन राज्यों में फैला था नाइजीरियन का साइबर ठगी का धंधा
नाइजीरियन ने फरीदपुर के मेंहदी हसन और उसके बेटे अरबाज के साथ मिलकर यूपी, दिल्ली और राजस्थान में साइबर धोखाधड़ी का जाल फैला रखा था। पुलिस ने आरोपियों के दो बैंक खाते ट्रेस कर लिये हैं। उनमें करीब 25 लाख रुपये मिले हैं। खातों को फ्रीज कराया गया है। उन खातों में कहां से रुपये आये। इसका पता लगाया जा रहा है। नाइजीरियन, मेंहदी हसन और उसके बेटे के खिलाफ साइबर धोखाधड़ी, जालसाजी, बगैर पासपोर्ट और वीजा के अवैध तरीके से दूसरे देश में रहने के आरोप में मुकदमा दर्ज कराया गया है। आरोपियों के फरीदपुर वाले घर को भी पुलिस ने सील कर दिया है।
पुलिस ने मेहंदी हसन के घर को सील किया। गुरुवार को इंटेलिजेंस ब्यूरो, एटीएस, एलआईयू , लोकल इंटेलिजेंस सहित विभिन्न खुफिया एजेंसियों ने नाइजीरियन से पूछताछ की। इसके बाद पुलिस ने अपनी ओर से नाइजीरियन के खिलाफ पासपोर्ट और वीजा न रखने एवं आईटी एक्ट के आरोप का मुकदमा दर्ज किया। वहीं पुलिस ने साइबर ठगी में शामिल भूरे खां गोटिया के मेहंदी हसन और उसके बेटे अरबाज के खिलाफ साइबर ठगी करने के आरोप का मुकदमा दर्ज किया है।
एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने बताया कि नाइजीरियन समेत तीन के खिलाफ धोखाधड़ी, जाली दस्तावेज तैयार करने, आईटी एक्ट, विदेशी अधिनियम समेत कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। दोनों के चार खातों को ट्रेस किया गया है। इनमें दो खातों में 25 लाख रुपये हैं। लेनदेन का पता लगाया जा रहा है।