पति करता था पत्‍नी के चरित्र पर शक, इसलिए महिला ने अपने बेटे समेत दे दी जान

वाराणसी। पति द्वारा चरित्र पर शक करने से दुखी महिला ने शनिवार को सारनाथ इलाके में किराए के मकान में बेटे समेत फांसी लगाकर जान दे दी। शाम को पति कार्यालय से लौटा तब घटना का पता चला औऱ पुलिस पहुंची। पुलिस को कमरे में छह पेज का सुसाइड नोट मिला जिसमें महिला ने अपनी व्यथा लिखी थी।

मूल रूप से गाजीपुर में दिलदारनगर का अरुण सिंह बनारस एक निजी कम्पनी में काम करता है। वह तीन महीने से सारनाथ के श्रीनगर कॉलोनी में शिवमंगल यादव के मकान में पत्नी श्वेता सिंह (36) और पांच साल के बेटे  प्रांजल कुमार के साथ किराए पर ठहरा था। शनिवार की शाम वह दफ्तर से लौटा तो काफी देर तक दस्तक देने पर भी दरवाजा नहीं खुला। उसने 100 नम्बर पर सूचना दी तो रात में पुलिस पहुंची।

दरवाजे के बगल में दीवार तोड़कर पुलिस कमरे में घुसी तो अंदर का नजारा देख सब सन्न रह गए।श्वेता अपने बेटे समेत दरवाजे के ऊपर रोशनदान में बंधे दुपट्टे के फंदे से फांसी पर लटकी थी। इंस्पेक्टर दिनेश पांडेय के मुताबिक कमरे में 6 पन्ने का सुसाइड नोट मिला है जिसमें श्वेता ने लिखा है कि पति उसके चरित्र पर शक करते हैं। लगतार उल्टा सीधा बोलते हैं। ऐसे में अब उसके लिए जीना मुश्किल हो गया है। इंस्पेक्टर ने बताया कि प्रयागराज में नैनी से मायके वाले आ रहे हैं। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर जांच की जाएगी।

मासूम को तो छोड़ दिया होता : सारनाथ श्रीनगर कालोनी में मृतका श्वेता सिंह ने अपने मासूम बच्चे को भी नही छोड़ा। घटना स्थल पर पहुंचे पड़ोसियों के मुंह से यही कहना था कि मासूम बच्चे को तो छोड़ दिया होता । बच्चे पर भी तरस नही आया।