धीमी गति से चल रहे निर्माण पर एसटीपी ने नाराजगी जताई

मंगलवार को एसटीपी को आधी-अधूरी जानकारी दी। इसको लेकर एसटीपी ने बिल्डरों पर नाराजगी जताई। मामले में तीन बिल्डरों के खिलाफ कार्रवाई के लिए मुख्यालय भी सिफारिश की गई। वहीं, एक बिल्डर के भुगतान रोकने के लिए उच्चाधिकारियों से आग्रह किया गया है।

 वरिष्ठ नगर योजनाकार संजीव मान ने नौ बिल्डरों को निर्देश दिए थे कि 17 नवंबर की बैठक में शामिल तक निर्माण में जुड़ी जानकारी दें। कई बिल्डरों की ओर से धीमी गति से चल रहे निर्माण की रिपोर्ट पेश की, जिस पर एसटीपी ने नाराजगी जताई। वहीं, जेई विमल सिंह ने बताया कि कुछ साइट पर निर्माण धीमी गति से हो रहा है। आवंटियों के द्वारा भी लगातार शिकायतें मिल रही थी। कुछ निर्माण कंपनियों ने अपने लाइसेंस के नवीनीकरण में देरी होने की बात कही।

एसटीपी को ओशीएन सेवन बिल्डटेक से संजीव कुमार, रहेजा डेवलेपर्स से संदीप यादव, तुलसियानी कंस्ट्रक्शन एंड डेवलपर से विकास शर्मा, रेनुका ट्रेडर्स प्राइवेट लिमिटेड से संजीव कुशवाहा, सिग्नेचर ग्लोबल से विजय पाल, माहिरा होम्स से अशोक कुमार ने परियोजनाओं के देरी का जवाब दिए। बाकी तीन बिल्डरों की ओर से जवाब नहीं दिए गए।

एक हजार लोग घर के लिए भटक रहे हैं

नौ बिल्डरों के आवासीय परियोजनाओं की देरी के कारण एक हजार से अधिक लोग फ्लैट के लिए भटक रहे हैं। बिल्डरों की परियोजनाएं जून 2020 में पूरे जाने थे। लेकिन पैसा लेने के बाद भी फ्लैट मिलने में देरी होने पर एसटीपी से शिकायत की। जिसको लेकर सभी बिल्डरों को नोटिस भेजकर जवाब मांगा गया था।

मामले में छह बिल्डरों की ओर से जवाब आया है। बाकी तीन बिल्डरों की ओर से कोई जवाब नहीं दिए गए। इनके खिलाफ उच्चधिकारियों से कार्रवाई करने के लिए सिफारिश की गई है।