
शनिवार को वार्षिक स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 के नतीजे जारी कर दिए। एक से 10 लाख की आबादी वाले शहरों की रैंकिंग में गुरुग्राम को 24वां स्थान मिला है, जबकि पिछले साल इसे 62वां स्थान मिला था।
गुरुग्राम नगर निगम की ओर से हर वर्ष देश के टॉप-10 सूची में शामिल होने का दावा किया जाता है, लेकिन करोड़ों का सालाना बजट होने के बाद भी शहर पांच वर्षों में देश के 50 शहर की सूची में भी शामिल नहीं हो सका है। हालांकि, पांच वर्ष से लगातार रैंकिंग में सुधार हो रहा है।
इंदौर लगातार पांचवी बार सबसे स्वच्छ शहर घोषित
वार्षिक स्वच्छ सर्वेक्षण पुरस्कार 2021 के परिणामों की घोषणा शनिवार को की गई। स्वच्छ सर्वेक्षण पुरस्कार 2021 में सबसे स्वच्छ शहरों में दूसरा स्थान सूरत को और तीसरा स्थान विजयवाड़ा को प्राप्त हुआ।
आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय द्वारा घोषित सर्वेक्षण में छत्तीसगढ़ को भारत का सबसे स्वच्छ राज्य घोषित किया गया। सर्वेक्षण में वाराणसी को ”स्वच्छ गंगा शहर” की श्रेणी में प्रथम पुरस्कार प्राप्त हुआ। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शनिवार को विजेताओं को पुरस्कार प्रदान किए।
इस अवसर पर राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि महात्मा गांधी ने कहा था कि स्वच्छता सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए और गांधी जी की इसी प्राथमिकता को ध्यान में रखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वच्छ भारत मिशन को जनआंदोलन के रूप में आगे बढ़ाया। उन्होंने कहा कि उन्हें बताया गया है कि 35 राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों तथा शहरी क्षेत्र खुले में शौच से मुक्त हुए हैं।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि मनुष्य द्वारा सिर पर मैला ढोना एक शर्मनाक प्रथा है और इसे रोकने की जिम्मेदारी केवल सरकार की ही नहीं बल्कि समाज और देश के सभी नागरिकों की भी है।
उन्होंने सुझाव दिया कि सभी शहरों में मशीन से सफाई की सुविधा उपलब्ध कराई जानी चाहिए। राष्ट्रपति ने स्वच्छता पुरस्कार विजेता शहरों की अच्छी प्रथाओं एंव चलन को अपनाने की बात भी की।