म्यांमार-थाईलैंड भूकंप: 1,000 से ज्यादा की मौत, भारत की 15 टन राहत सामग्री यांगून पहुंची

म्यांमार में आए भीषण भूकंप में मरने वालों की संख्या बढ़कर 1,002 हो गई है, जबकि 2,376 लोग घायल हुए हैं। यह जानकारी देश की सैन्य सरकार (जुंटा) ने शनिवार को दी।

भूकंप का प्रभाव
शुक्रवार को 7.7 तीव्रता का यह भूकंप म्यांमार के सगाइंग शहर के उत्तर-पश्चिम में आया, जिससे देश के बड़े हिस्से में जबरदस्त तबाही हुई। भूकंप के बाद 6.7 तीव्रता का एक और झटका और कई छोटे झटके भी महसूस किए गए।

मृतकों की संख्या और विनाश
म्यांमार की सैन्य सरकार के अनुसार, अभी तक 1,002 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है और यह संख्या और बढ़ सकती है। इस भूकंप से मांडले शहर में कई इमारतें ढह गईं, जिससे चारों ओर मलबा फैल गया।

सगाइंग से इरावदी नदी पर बना ऐतिहासिक 100 साल पुराना अवा ब्रिज भी इस भूकंप में ध्वस्त हो गया।

राहत और बचाव कार्य
भूकंप के बाद म्यांमार की सैन्य सरकार ने अंतरराष्ट्रीय सहायता की अपील की है। जुंटा प्रमुख मिन आंग हलाइंग ने कहा कि “किसी भी देश या संगठन” से मदद ली जाएगी।

भारत ने तुरंत सहायता का हाथ बढ़ाया और 15 टन राहत सामग्री भेजी, जिसमें तैयार भोजन, टेंट और जनरेटर सेट शामिल हैं। यह राहत सामग्री यांगून पहुंच चुकी है।

भूकंप के कारण म्यांमार के अलावा थाईलैंड में भी कई लोगों की मौत हुई है और व्यापक स्तर पर क्षति हुई है।