निजी क्षेत्र के एचडीएफसी बैंक का शुद्ध मुनाफा 31 मार्च 2019 को समाप्त वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में 23 प्रतिशत के उछाल के साथ 5,885.12 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। ब्याज से होने वाली आय बढ़ने से बैंक के लाभ में यह वृद्धि दर्ज की गयी। बैंक ने इससे पहले वित्त वर्ष 2017-18 की चौथी तिमाही में 4,799.28 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ अर्जित किया था।
एचडीएफसी बैंक ने शेयर बाजारों को दी गयी जानकारी में कहा है कि 31 मार्च, 2019 को समाप्त पिछले वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में उसकी कुल आमदनी 22.1 प्रतिशत बढ़कर 31,204.5 करोड़ रुपये हो गयी। उससे पहले के वित्त वर्ष की इसी तिमाही में बैंक की कुल आय 25,549.7 करोड़ रही थी।
बैंक ने कहा है कि वित्त वर्ष 2018-19 की चौथी तिमाही में उसे ब्याज से कुल 13,089.5 करोड़ रुपये की आमदनी हुई, जो वित्त वर्ष 2017-18 के जनवरी-मार्च तिमाही के 10,657.7 करोड़ रुपये की तुलना में 22.8 प्रतिशत ज्यादा है। हालांकि, आलोच्य अवधि में बैंक की कुल गैर-निष्पादित परिसंपत्ति बढ़कर 1.36 प्रतिशत हो गयी। इससे एक साल पहले इसी तिमाही में यह आंकड़ा 1.30 प्रतिशत था।
वहीं, शुद्ध गैर-निष्पादित परिसंपत्ति यानी फंसा कर्ज 0.30 प्रतिशत रहा। एचडीएफसी बैंक के निदेशक मंडल ने 31 मार्च, 2019 को समाप्त वर्ष के लिये शेयरधारकों को 15 रुपये प्रति शेयर की दर से लाभांश देने की सिफारिश की है। हालांकि, यह बैंक की आगामी वार्षिक आम बैठक में इसे हितधारकों की मंजूरी मिलने पर निर्भर है। बोर्ड ने अगले 12 महीनों में बॉन्ड के निजी नियोजन के जरिए 50,000 करोड़ रुपये जुटाने को भी मंजूरी दे दी है।