
नई दिल्ली: भारत की युवा आबादी और सस्ते डेटा की उपलब्धता ने देश को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) आधारित विकास के लिए उपजाऊ भूमि बना दिया है। यही कारण है कि दुनिया की सबसे बड़ी टेक कंपनियां भारत में रिकॉर्ड स्तर पर निवेश कर रही हैं। Amazon, Google, Microsoft, Intel, Cognizant और OpenAI जैसी कंपनियां भारत की डिजिटल क्षमता और नवाचार को भविष्य का बड़ा बाजार मानते हुए भारी पूंजी झोंक रही हैं।
भारत दुनिया का सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश है और तेजी से बढ़ती डिजिटल अर्थव्यवस्था, वैश्विक टेक दिग्गजों के लिए इसे आकर्षक बनाती है, भले ही उन्हें यहां नीतिगत प्रतिबंधों और स्थानीय प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़े।
Amazon का 35 अरब डॉलर का दांव
10 दिसंबर को Amazon ने घोषणा की कि वह 2030 तक भारत में 35 अरब डॉलर का निवेश करेगी। यह निवेश विशेष रूप से AI, क्लाउड कंप्यूटिंग, लॉजिस्टिक्स और क्विक कॉमर्स में होगा।
कंपनी का दावा है कि इससे देश में 2030 तक 38 लाख से अधिक प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार पैदा होंगे।
Microsoft: एशिया में सबसे बड़ा निवेश
9 दिसंबर को माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्य नडेला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और 2029 तक 17.5 अरब डॉलर निवेश करने का वादा किया।
कंपनी का फोकस क्लाउड और AI विस्तार पर रहेगा। साथ ही Copilot जैसे AI असिस्टेंट का मुफ्त एक्सेस देकर छात्रों को सशक्त बनाने की योजना है।
Google का विशाल AI हब आ रहा है
अक्टूबर में Google ने विशाखापट्टनम में 15 अरब डॉलर की लागत से AI हब स्थापित करने की घोषणा की थी। यह कंपनी का अमेरिका के बाहर सबसे बड़ा निवेश होगा।
यह गिगावाट-स्तर का डेटा सेंटर कैंपस होगा और 2030 तक 1 लाख तक नौकरियां उत्पन्न कर सकता है।
Intel, Cognizant और OpenAI भी शामिल
भारत सेमीकंडक्टर निर्माण में भी तेजी से आगे बढ़ रहा है। टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स के चिप निर्माण प्लांट से Intel के जुड़ने को बड़ा भरोसा माना जा रहा है।
वहीं, Cognizant के सीईओ रवि कुमार ने भारत की “AI First” रणनीति को समर्थन दिया है।
रिपोर्ट्स के अनुसार, OpenAI भी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज के साथ मिलकर भारत में अपने Stargate प्रोजेक्ट की शुरुआत पर विचार कर रहा है। कंपनी भारतीय उपयोगकर्ताओं को ChatGPT Pro की एक साल तक मुफ्त सेवा दे रही है।
भारत का AI भविष्य तैयार
केंद्र सरकार भी AI विकास पर बड़ा दांव लगा चुकी है:
- IndiaAI मिशन के लिए 10,000 करोड़ रुपये की मंजूरी
- नई AI गवर्नेंस गाइडलाइंस जारी
- शिक्षा क्षेत्र में AI पर उत्कृष्टता केंद्र की स्थापना
- राज्यों की अपनी AI नीतियां (आंध्र प्रदेश, तेलंगाना सहित)
Jio और Airtel भी AI दौड़ में
स्थानीय दिग्गज कंपनियां भी पीछे नहीं हैं।
Jio और Bharti Airtel अपने ग्राहकों को Gemini Pro और Perplexity Pro जैसी सेवाएं मुफ्त देकर AI को आम लोगों तक पहुंचा रहे हैं।
भारत में AI में तेजी से बढ़ता यह निवेश दर्शाता है कि देश सिर्फ उपभोक्ता नहीं, बल्कि वैश्विक टेक भविष्य का बड़ा निर्माता बनने की ओर बढ़ रहा है।