आज महिला दिवस है। महिला दिवस के अंतर्गत महिलाओ के सन्दर्भ में तमाम बाते जाहि जाती है। लेकिन सच्चाई तो यह है की उनपर कायम करना सबके बीएस की बात नहीं है। महिलाओ को आज भी पुरुसो की अपेक्षा कम मन जाता है ,जबकि कंधे से कन्धा मिलकर चलती है वह तमाम छेत्रो में पुरुषो की अपेक्षा आगे है। घर का आंगन महिला के बिना अधूरा लगता है. मां, बहन, बेटियां हम सभी के जीवन में अहम भूमिका निभाती हैं. स्त्री है तो संसार है. हमारे जीवन में महिलाओं का अहम योगदान है। इसलिए हमे सभी महिलाओ की इज्जत और सम्मान करना चाहिए। उन्हें बराबरी का अधिकार देना चाहिए।