उत्तराखंड सरकार चारधाम तीर्थ यात्रियों की सुरक्षा के प्रति गंभीर नहीं है। एंबुलेंस बीते दो वर्षों से दून मेडिकल कालेज में सेवाएं दे रही है, जबकि यहां तीर्थयात्री हार्ट अटैक से जान गंवा रहे हैं।लोगो ने इसकी गुहार लगाई है ,लेकिन अबतक इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं की गयी है। स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि यदि एंबुलेंस मिल जाती है, तो इसे यमुनोत्री यात्रा मार्ग पर तैनात किया जाएगा।साल 2019 मे एम्बुलेंस यंहा तैनात कराइ गयी थी लेकिन साल 2020 मे कोरोना की वजह से अस्पताल मे सेवा देने के लिए लगा दी गयी। उसके बाद से तीर्थ यात्रिओ के लिए कोई एम्बुलेंस नहीं है। है। चारधाम यात्रा के मात्र तीन दिनों के भीतर यमुुुनोत्री मार्ग पर पांच तीर्थ यात्रियों की हृदयगति रुकने से मौत हो चुकी है। यदि जनपद में कार्डिक एंबुलेंस उपलब्ध, हो जाए तो हार्ट अटैक से मौत के मामलों में कुछ कमी आ सकती है।सरकार को इस बात पर ध्यान देना चाहिए।