उत्तराखंड में बारिश के कहर से पहाड़ के लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। कुमाऊं के कई जिलों के पेट्रोल पंपों में पेट्रोल-डीजल खत्म होने के बोर्ड लगने शुरू हो गए हैं। पहाड़ों में फंसे पर्यटकों समेत जरूरतमंदों की इससे दिक्कतें और बढ़ रही हैं।
नैनीताल : पर्यटन नगरी नैनीताल में भी पेट्रोल-डीजल का संकट पैदा हो गया है। केएमवीएन की ओर से सूखाताल में संचालित पेट्रोल पंप प्रभारी केसी खोलिया ने बताया पंप में बुधवार देर शाम से पेट्रोल-डीजल खत्म हो गया था। ज्योलीकोट के समीप चार बड़े वाहन फंसे हैं। इसके चलते शहर तक पेट्रोल-डीजल नहीं पहुंच पाया। हालांकि अति आवश्यकीय कार्यों के लिए कुछ मात्रा में पेट्रोल और डीजल रोका गया है।
बागेश्वर: जिले में नौ पेट्रोल पंप हैं। इनमें दो में तेल खत्म हो गया है। सात में भी सबको तेल नहीं मिल रहा है। जिला पूर्ति अधिकारी अरुण वर्मा ने बताया अनावश्यक पेट्रो पदार्थ की बिक्री पर रोक लगाई है।
अल्मोड़ा: अल्मोड़ा जिले में 15 पेट्रोल पंप हैं। जिला मुख्यालय में पांच पंप हैं। इनमें से केवल दो में आज तक के लिए तेल बचा है। जिले के अन्य पंपों में डीजल-पेट्रोल नहीं है।
पिथौरागढ़: जनपद में 12 पेट्रोल पंप हैं। जिला मुख्यालय के छह पंपों में तेल समाप्त हो गया है।
पहाड़ों में डीजल-पेट्रोल के भाव बिक रहा टमाटर: पहाड़ी जिलों में आफत की बारिश का कहर फिलहाल थम तो गया है लेकिन जिंदगी की गाड़ी बेपटरी होती जा रही है। दैवीय आपदा से हुए नुकसान से उबरने की कोशिश में लगे पहाड़ के लोगों को अब जबरदस्त महंगाई की मार झेलनी पड़ रही है। गुरुवार को पिथौरागढ़ में टमाटर 120, अल्मोड़ा में टमाटर 100, चंपावत में टमाटर सौ रुपये किलो के भाव बिके।
जिलेवार दाम टमाटर सेब पेट्रोल
पिथौरागढ़ 120 100-120 103.70
अल्मोड़ा 100 100-120 102.83
चम्पावत 100 100 100.46
बागेश्वर 70 125-150 119
नैनीताल 80 140 101
हल्द्वानी 50 80-100 101.83
रुद्रपुर 80 50 101.99
काशीपुर 50 70-100 102.13 (नोट: टमाटर-सेब के दाम रुपये प्रति किलो व पेट्रोल के रुपये प्रति लीटर हैं।)
कुमाऊं में बीते चार दिन से पेट्रोल-डीजल की कोई सप्लाई नहीं गई है। गुरुवार को केवल भीमताल के लिए ही तेल का टैंकर जा पाया। पिथौरागढ़ जाने वाला तेल का टैंकर आपदा के एक दिन पहले से ही भरा हुआ खड़ा है।