सोमवार को रेल रोको आंदोलन की घोषणा को देखते हुए प्रदेश में अलर्ट जारी कर दिया गया है। तीनों कृषि कानूनों के विरोध में घोषित प्रदर्शन के इस कार्यक्रम के कारण प्रदेश के 14 जिलों में खास सतर्कता बरती जा रही है। पुलिस के वरिष्ठ अफसर इन जिलों में पहले से कैम्प कर रहे हैं।
सोमवार को देश भर में सुबह 10 से शाम चार बजे तक रेल-पटरियों पर धरना देकर ट्रेनें रोकने का ऐलान किया है। प्रदेश के एडीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार ने कहा कि जिलों के अफसरों को किसान संगठनों के प्रतिनिधियों से बातचीत कर शांति व्यवस्था बनाए रखने के निर्देश दिए गए हैं। गृह विभाग ने पर्याप्त पुलिस बल की तैनाती करते हुए सेक्टर व्यवस्था लागू करने के निर्देश दिए थे। साथ ही प्रदेश के 14 संवेदनशील जिलों 20 वरिष्ठ पुलिस अफसरों की तैनाती की गई है। इनमें लखीमपुर खीरी, बरेली, मेरठ, बहराइच, गाजियाबाद, शामली, पीलीभीत, मुजफ्फरनगर, अमरोहा, शाहजहांपुर, मुरादाबाद, बिजनौर, रामपुर व बागपत शामिल है। लखीमपुर खीरी जिले में डीआईजी उपेन्द्र अग्रवाल समेत 10 राजपत्रित पुलिस अधिकारी तीन अक्तूबर से ही तैनात हैं। जिन जिलों से लगे अन्य प्रदेश के बार्डर हैं, वहां निकटवर्ती जिले के डीएम व एसपी से वार्ता कर कानून-व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने के निर्देश दिए गए हैं। इसी तरह जिन जिलों से लोगों का इकट्ठा होना संभावित है, वहां से संबंधित मार्गों पर सुरक्षा व्यवस्था एवं बैरियर स्थापित करने को कहा गया है। शासन के गृह विभाग और डीजीपी मुख्यालय के कंट्रोल रूम से भी नजर रखी जा रही है।