बिहार: CBI को दस्तावेज नहीं उपलब्ध करा पा रहे कर्मचारी-अफसर, सृजन घोटाले की जांच पंचायत चुनाव के चलते अटकी

पंचायत चुनाव का असर सृजन घोटाला की जांच पर भी दिखने लगा है। अफसर और कर्मियों की चुनाव ड्यूटी लगने के चलते सीबीआई को कागजात उपलब्ध नहीं करा पा रहे हैं।

जिला कल्याण कार्यालय की 221 करोड़ 60 लाख रुपये की अवैध निकासी हुई थी। सभी राशि अवैध तरीके से सृजन महिला विकास सहयोग समिति में ट्रांसफर कर दी गई थी। कल्याण कार्यालय की छह करोड़ रुपये की अवैध निकासी की पहली प्राथमिकी तत्कालीन कल्याण पदाधिकारी अरुण कुमार द्वारा दर्ज करायी गयी थी। जांच में संलिप्तता पाये जाने के बाद अगस्त 2017 में ही अरुण कुमार को गिरफ्तार कर लिया

जिला कल्याण पदाधिकारी ने बताया कि चुनाव के चलते कागजात भेजने में विलंब हुआ है। पूजा के बाद कागजात सीबीआई को सौंप दी जाएगी।

चार अफसरों के कार्यकाल में हुई अवैध निकासी

जिला कल्याण पदाधिकारी रामलला सिंह के कार्यकाल में 20 करोड़ तीन लाख रुपये, ईश्वर चन्द्र शर्मा के कार्यकाल में पांच करोड़ 38 लाख रुपये, ललन कुमार सिंह के समय 23 करोड़ 92 लाख और अरुण कुमार के कार्यकाल में 172 करोड़ 28 लाख रुपये की अवैध निकासी हुई। तीसरी प्राथमिकी की जांच के बाद कई कल्याण पदाधिकारियों और कर्मचारियों पर गाज गिर सकती है। सीबीआई संबंधित कल्याण पदाधिकारियों से पूछताछ कर सकती है।