सिवान जिले के सभी गांवों में घर-घर जाकर 4 लाख 46 हजार पशुओं, खासकर गाय और भैंसों का टीकाकरण किया जाएगा। इसके लिए दस सितंबर से पांच अक्टूबर तक अभियान चलेगा। इन पशुओं को गलघोंटू और लंगड़ी बुखार से बचाने के लिए एचएस और बीक्यू (हिमेरेजिक सिप्टेसिमिया-ब्लैक क्वार्टर) का टीका निशुल्क लगाया जाएगा। चार माह से ऊपर के पशुओं को यह टीका लगाया जाएगा। टीका देने का समय सुबह आठ से शाम चार बजे तक रखा गया है। इसके लिए जिले को पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन उपलब्ध करा दी गई है। बताते चलें कि जिले में वर्तमान में पांच लाख 32 हजार पशु है इनमें चार लाख 46 हजार पशुओं को टिका लगने का लक्ष्य रखा गया है। चार माह से कम व बीमार पशुओं को टीका नहींजिले में लगभग पांच लाख 32 हजार मवेशी हैं, लेकिन टीकाकरण के दौरान सिर्फ स्वस्थ मवेशी को ही टीकाकरण किया जाएगा। जानकारी अनुसार वैसे मवेशी जिनकी उम्र चार माह से कम है या वैसे मवेशी जो लंगड़ी या गलघोटू बीमारी से बीमार हैं उनका टीकाकरण नहीं किया जाएगा, क्योंकि ऐसे मवेशी का टीकाकरण वर्जित है। बीमारी से बचाव के लिए बीमारी से पूर्व टीका लगाना है। बीमार रहे पशुओं को टीका नहीं लगाना है।
जिला पशुपालन पदाधिकारी ने बताया कि 4 लाख 46 हजार मवेशियों को टीकाकरण के लिए 267 वैक्सीनेटर लगाए जाएंगे। जहां वैक्सीनेटर घर-घर जाकर पशुओं को निशुल्क टिका लगाएंगे। एक वैक्सीनेटर को प्रतिदिन 150 मवेशी को टीकाकरण का लक्ष्य रखा गया है। गलघोटू बीमारी में मवेशी के गले में समस्या उत्पन्न होती है। उसका शरीर का तापमान अधिक बढ़ जाता है। मवेशी को सांस लेने में समस्या होने लगती है। मवेशी कुछ दिनों के बाद मर जाता है। पशुओं को लंगड़ी व गलघोंटू से बचाव के लिए एचएस-बीक्यू टीकाकरण का कार्यक्रम दस सितंबर से सभी प्रखंडों में शुरू होगा। सभी सेंटरों पर वैक्सीन उपलब्ध कर दी गई है। वैक्सीनेटर घर-घर जाकर निशुल्क टीकाकरण करेंगे।