सीएम योगी तक पहुंचा UP के इस जिले में कोरोना संक्रमण बढ़ने का मामला, जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे गए 19 नमूने

कैम्पियरगंज के बलुआ और आसपास के गांव में संक्रमण के मामले थमते नजर नहीं आ रहे हैं। इस क्षेत्र में संक्रमितों की संख्या 21 हो गई है। इसने विभाग के माथे पर शिकन ला दिया है। नए मरीजों के बढ़ते ग्राफ के कारण महराजगंज सक्रिय मरीजों के मामले में यूपी के टॉप छह जिलों में शामिल हो गया है। सीएम ने संक्रमितों की कांटेक्ट ट्रेसिंग कराने का निर्देश दिया है।

गुरुवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव में मौजूद रही। बलुआ में एंटीजन किट से संक्रमित मिले 19 लोगों के नमूने दोबारा लिए गए। इसके लिए महराजगंज से स्पेशल टीम गांव में पहुंची। टीम के साथ मौजूद डॉ. नीरज सिंह ने बताया कि नमूनों को लखनऊ के किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी भेजा जा रहा है। वहां पर इन सभी नमूनों की एक बार आरटीपीसीआर जांच व जीनोम सीक्वेंसिंग की जाएगी। जिससे वायरस की प्रकृति की जानकारी हो सकेगी।

सीएम तक पहुंचा मामला

उधर गोरखपुर और महराजगंज के सीमावर्ती गांव में संक्रमण बढ़ने का मामला सीएम योगी आदित्यनाथ तक पहुंच गया। गुरुवार को सीएम की समीक्षा बैठक में मामला उठा जिसमें अधिकारियों ने सीएम को बताया कि सूबे में महराजगंज एक मात्र जिला है, जहां दोहरे अंक में संक्रमितों की पुष्टि हुई है। यहां 10 नए संक्रमित पाए गए हैं। सभी संक्रमित एक ही क्षेत्र के निवासी हैं। यह क्षेत्र गोरखपुर-महराजगंज की सीमा से लगा हुआ है। प्रारंभिक जांच में गोरखपुर आवागमन के अतिरिक्त इनकी कोई विशेष ट्रैवेल हिस्ट्री भी नहीं पाई गई है। इसके बाद सीएम योगीआदित्यनाथ ने अधिकारियों को मामले को गंभीरता से लेने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि संबंधित क्षेत्र में टीम भेजकर गहन कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग कराई जाए। इनके सैम्पल कलेक्ट कर लखनऊ में जीनोम सिक्वेंसिंग कराई जाए। गोरखपुर और महराजगंज जनपदों में विशेष सतर्कता बरती जाए। जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की टीम अलर्ट मोड में रहे।

महराजगंज की टीम रखे हुए है नजर

महराजगंज के धानी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की टीम लगातार बलुआ गांव पर नजर रखे हुए है। गुरुवार को बलुआ में सीएमओ महाराजगंज ने पहुंचकर मौके का जायजा लिया। स्वास्थ्य टीम गुरुवार को भी गांव में डेरा डाले रही। संक्रमितों के संपर्क वाले 150 लोगों की जांच की गई। जिसमें कोई संक्रमित नहीं मिला। 500 लोगों का टीकाकरण किया। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉ. प्रकाश चंद चौधरी ने बताया कि संक्रमितों को सख्त हिदायत दी गई है कि वे घर से बाहर न निकलें। डा.नीरज सिंह ने बताया कि अपर मुख्य सचिव के आदेशानुसार संक्रमित 19 लोगों का आरटीपीसीआर जांच के आलावा 120 सैंपल जांच के केजीएमसी लखनऊ भेजा गया।आज स्वास्थ्य टीम में विवेक, अजय,सीएचओ सरिता,एएनएम कामिनी,सुनीता, अभिषेक, सतीश शामिल रहे।

संक्रमण बढ़ा तो सहम गई आशा कार्यकर्त्री

गुरुवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम को बलुआ में जांच करने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ने से गांव में तैनात आशा कार्यकत्री सहम गई है। गुरुवार को गांव में तैनात तीन आशा कार्यकत्री नहीं पहुंची। विभाग की टीम ने आशा कार्यकत्री संजू, विंध्यवासनी और किरण को फोन से संपर्क करने की कोशिश की मगर वह क्षेत्र से नदारद मिली। इससे पॉजिटिव हुए लोगों की मानिटरिंग करने में बहुत मशक्कत करनी पड़ी। बलुआ गांव गोरखपुर जिले में है लेकिन यहां पर स्‍वास्‍थ्‍य सेवाएं महराजगंज जिले के धानी सीएचसी से मुहैया कराई जाती हैं। महराजगंज के धानी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर यहां के लोगों का इलाज होता है। इस कारण गोरखपुर का स्‍वास्‍थ्‍य विभाग इन मरीजों को गोरखपुर जिले का नहीं मान रहा है।

पुणे से लौटा है एक संक्रमित

गांव के पूर्व प्रधान सुरेन्द्र दूबे ने बताया कि एक संक्रमित पुणे से लौटा है। वह महाराष्ट्र के पुणे में काम करता था। हालांकि वह डेढ़ महीने पूर्व गांव लौट आया है। उसके परिवार में तीन लोग संक्रमित मिले हैं। बुधवार को जांच में युवक, उसकी पत्नी व भाई संक्रमित मिले है। गांव तमाम लोग बाहर से आये हैं। उनका पता लगाया जा रहा है।