दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के लिए मतदान 5 फरवरी को होगा, जिसमें राष्ट्रीय राजधानी की सभी 70 सीटों पर वोट डाले जाएंगे। मतगणना के बाद 8 फरवरी को चुनाव परिणाम घोषित किए जाएंगे।
दिल्ली में पहली बड़ी चुनावी परीक्षा
साल 2025 का यह पहला बड़ा चुनाव होगा, जिसमें दिल्ली को नई सरकार और नया मुख्यमंत्री मिलेगा। हालांकि, दिल्ली एक पूर्ण राज्य नहीं है बल्कि केंद्र शासित प्रदेश (Union Territory) है और इसे आधिकारिक रूप से राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCT) कहा जाता है। दिल्ली की प्रशासनिक व्यवस्था में एक निर्वाचित विधानसभा के साथ-साथ केंद्र सरकार द्वारा नियुक्त उपराज्यपाल (Lieutenant Governor) भी होते हैं।
दिल्ली चुनाव: तीन प्रमुख दलों के बीच मुकाबला
इस बार का विधानसभा चुनाव त्रिकोणीय मुकाबले वाला होगा, जिसमें आम आदमी पार्टी (AAP), भारतीय जनता पार्टी (BJP) और कांग्रेस (Congress) आमने-सामने हैं।
आम आदमी पार्टी (AAP) ने 2015 और 2020 के दिल्ली विधानसभा चुनावों में जीत हासिल की थी। इससे पहले, कांग्रेस पार्टी ने शीला दीक्षित के नेतृत्व में दिल्ली में 15 वर्षों तक सरकार चलाई। वहीं, बीजेपी को दिल्ली में 27 वर्षों से सत्ता में वापसी का इंतजार है।
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 का मतदान और परिणाम
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के लिए प्रचार 3 फरवरी को समाप्त हो गया था। मतदान 5 फरवरी (बुधवार) को होगा, और मतगणना के बाद 8 फरवरी को परिणाम घोषित किए जाएंगे।
इस चुनाव में दिल्ली के लगभग 1.56 करोड़ मतदाता मतदान करेंगे, जिनके लिए 13,766 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। मतदाताओं में 83.76 लाख पुरुष, 72.36 लाख महिलाएं और 1,267 तीसरे लिंग के मतदाता शामिल हैं।
इसके अलावा, 733 विशेष मतदान केंद्र दिव्यांग मतदाताओं के लिए बनाए गए हैं ताकि वे आसानी से अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकें। चुनाव को निष्पक्ष और शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने के लिए 220 अर्धसैनिक बलों की कंपनियां, 19,000 होम गार्ड और 35,626 दिल्ली पुलिस कर्मी तैनात किए जाएंगे।
इसके साथ ही, मतदान के लिए 21,584 बैलेट यूनिट, 20,692 कंट्रोल यूनिट और 18,943 वीवीपैट मशीनें तैयार की गई हैं। इनमें दृष्टिहीन मतदाताओं के लिए ब्रेल लिपि में बैलेट पेपर भी शामिल हैं।
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 में क्या हुआ था?
2020 के दिल्ली चुनाव में आम आदमी पार्टी ने 70 में से 62 सीटें जीतकर भारी बहुमत हासिल किया था, जबकि भारतीय जनता पार्टी सिर्फ 8 सीटें ही जीत पाई थी। कांग्रेस पार्टी को एक भी सीट नहीं मिली थी।
2015 के चुनाव में, AAP ने 70 में से 67 सीटों पर जीत दर्ज की थी, जबकि बीजेपी को केवल 3 सीटें मिली थीं और कांग्रेस पूरी तरह से बाहर हो गई थी।
एग्जिट पोल कब आएंगे?
चुनाव आयोग ने 5 फरवरी को मतदान समाप्त होने तक किसी भी एग्जिट पोल के प्रसारण पर रोक लगाई है।
चुनाव आयोग ने 3 फरवरी को जारी एक आदेश में कहा, “5 फरवरी को सुबह 7:00 बजे से शाम 6:30 बजे तक किसी भी प्रकार के एग्जिट पोल के आयोजन, प्रकाशन या प्रचार-प्रसार पर रोक रहेगी।”
दिल्ली के अलावा यूपी और तमिलनाडु में भी मतदान
दिल्ली विधानसभा चुनाव के अलावा, उत्तर प्रदेश के मिल्कीपुर विधानसभा सीट और तमिलनाडु की इरोड (ईस्ट) विधानसभा सीट पर भी 5 फरवरी को उपचुनाव होंगे।
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 राष्ट्रीय राजनीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा, क्योंकि यह चुनाव आने वाले लोकसभा चुनावों के लिए भी राजनीतिक संकेत तय करेगा।