दिल्ली : फैक्ट्री में चोरी के आरोप में महिला को पीट-पीटकर मार डाला

राजधानी दिल्ली- के समयपुर बादली की फैक्ट्री में चोरी करते हुए लोगों ने एक महिला को पकड़ लिया। इसके बाद बेकाबू भीड़ ने पीट-पीटकर उसे मार डाला। मृतका की पहचान शकीना उर्फ हिनेश (42) के तौर पर हुई है। घटना की बुधवार सुबह की है। मामले की मजिस्ट्रेट जांच कराई जा रही है, जिसके आधार पर पुलिस आगे की कार्रवाई करेगी।

पुलिस के अनुसार, शकीना कलंदरा कॉलोनी, भलस्वा गांव में रहती थी। वह कूड़ा बीनने का काम करती थी। बादली की गली संख्या एक में संजीव कुमार की कूकर फैक्ट्री है। बताया जाता है कि शकीना अपनी मौसेरी बहन अफसाना और आठ महिलाओं के साथ में बुधवार सुबह इसी फैक्ट्री में चोरी कर रही थी। इस दौरान फैक्ट्री में काम करने वाले मजदूर जाग गए और उन्होंने शोर मचा दिया। शोर सुनकर वहां आसपास के लोग भी जमा हो गए, जिन्हें देख बाकी महिलाएं भाग निकलीं, मगर लोगों ने शकीना और अफसाना को पकड़ लिया।

डीसीपी गौरव शर्मा ने बताया कि लोगों ने दोनों की जमकर पिटाई की। मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों को किसी तरह भीड़ से छुड़ाया। पुलिस ने दोनों का बाबा साहेब अंबेडकर अस्पताल में मेडिकल कराया और फिर उन्हें अस्पताल से ही रोहिणी कोर्ट भेज दिया। रास्ते में शकीना बेहोश हो गई तो उसे आनन-फानन में अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।

वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि महिला के शरीर पर चोट के निशान नहीं थे, इसलिए मौत के कारणों का पता पोस्टमार्टम रिपोर्ट में ही चलेगा। पोस्टमार्टम रिपोर्ट और मजिस्ट्रेट की जांच के आधार पर पुलिस आगे की कार्रवाई करेगी।

परिवार पर मुसीबतों का पहाड़ टूटा : शकीना के पति तेवान अली की चार साल पहले टीबी की बीमारी से मौत हो गई थी। उसके छह बच्चे हैं, जिसमें सबसे बड़ा बेटा अरबिद खान 17 साल का और सबसे छोटा निहाल पांच साल का है। अरबिद ने बताया कि आर्थिक तंगी के कारण ही पिता का भी इलाज नहीं हो पाया था। पति की मौत के बाद से शकीना ही कूड़ा बीनकर किसी तरह बच्चों का पेट भर रही थी।

हालांकि, तीन साल से अरबिद भी अपनी मां का हाथ बंटा रहा है। वह पास की फैक्ट्री में काम करता है। सुबह जब उसकी मां कूड़ा जमा करने निकल जाती थी तो वह भाई-बहनों की देखभाल करता था। मगर अब शकीना की मौत के बाद पूरे परिवार का भविष्य अंधकारमय हो गया है।

मासूम को मां की मौत का अब तक पता नहीं

शकीना के सबसे छोटे बेटे निहाल को अभी तक उसकी मौत के बारे में मालूम नहीं है। वह अपनी मां को ढूंढ़ रहा है, लेकिन उसकी बड़ी बहन मुस्कान (10) उसे गोद में लेकर किसी तरह बहला रही है। वहीं, शकीना का एक बच्चा सरबिद खान पैरों से दिव्यांग है। शकीना ही इन दोनों बच्चों की विशेष देखभाल करती थी, लेकिन उसके जाने बाद यह जिम्मा अरबिद पर आ गया है।

घटना के विरोध में प्रदर्शन

परिजनों ने सकीना की मौत के विरोध में बीएसए अस्पताल और समयपुर बादली थाने पर प्रदर्शन किया। वे लोग दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग कर रहे थे। अधिकारियों द्वारा कार्रवाई का आश्वासन देने पर ही लोग शांत हुए। इसके बाद शव को पोस्टमार्टम कराकर ले जाने के लिए राजी हुए।