लोकसभा चुनाव: झारखंड में भी बीजेपी ने किया गठबंधन, जानें कितनी सीटों पर लड़ेगी चुनाव

लोकसभा चुनाव की घोषणा से ठीक पहले भाजपा नेतृत्व ने शुक्रवार को उम्मीदवार से लेकर, चुनाव प्रबंधन तक की रणनीति पर व्यापक विचार विमर्श किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित पार्टी के केंद्रीय संसदीय बोर्ड ने शुक्रवार देर रात तक चली बैठक के बाद लोकसभा चुनाव में झारखंड में आजसू के साथ भी गठबंधन हो गया। तय हुआ कि राज्य में बीजेपी 13 व आजसू एक सीट (गिरिडीह) पर चुनाव लड़ेगी। भाजपा के झारखंड के लिए लोकसभा प्रभारी मंगल पांडेय और बिहार के प्रभारी भूपेंद्र यादव ने सुदेश महतो की उपस्थिति में दिल्ली में मीडिया को यह जानकारी दी।

जानकारी के अनुसार बैठक से पहले आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो ने अमित शाह से मुलाकात की । इस दौरान उन्होंने गिरिडीह व हजारीबाग सीट की मांग की। सूत्रों की मानें तो भाजपा ने सुदेश से गिरिडीह से लड़ने को कहा है। लेकिन सुदेश चाहते हैं कि वहां से चंद्रप्रकाश चौधरी लड़ें। वैसे चर्चा लंबोदर महतो की भी है। बता दें कि इस सीट से भाजपा के रविंद्र पांडेय पांच बार से जीतते आ रहे हैं।

बुजुर्गों को चुनाव लड़ाने पर भाजपा में मंथन
लोकसभा चुनाव की घोषणा से ठीक पहले भाजपा नेतृत्व ने शुक्रवार को उम्मीदवार तय करने से लेकर, सूक्ष्म चुनाव प्रबंधन तक की रणनीति पर व्यापक विचार विमर्श किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित पार्टी के केंद्रीय संसदीय बोर्ड ने शुक्रवार देर रात तक चली बैठक में 75 साल से ज्यादा उम्र के नेताओं को चुनाव लड़ाने, राज्यसभा सांसदों और विधायकों को लोकसभा मैदान में उतारने को लेकर चर्चा की गई। लोकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर प्रधानमंत्री के साथ भाजपा नेतृत्व की यह पहली बड़ी बैठक थी।

इसमें उम्मीदवारों के लिए मानक तय करने, चुनावी माहौल का जायजा लेने और विपक्षी गठबंधनों की स्थिति पर व्यापक विचार किया गया। सूत्रों के अनुसार भाजपा नेतृत्व सांसदों को लेकर एन्टी इनकम्बेंसी को रोकने के लिए कई सीटों पर बदलाव की तैयारी में है। इसके कारण 75 साल से ज्यादा उम्र के नेताओं को लोकसभा चुनाव मैदान में न उतारने का फैसला लिया जा सकता है।

दरअसल पार्टी युवा और नए उम्मीदवारों को जनता के सामने लाना चाहती है। पार्टी के अंदरूनी सर्वे में भी व्यापक बदलाव की बात सामने आई है। सूत्रों के अनुसार लोकसभा चुनाव के साथ हरियाणा, झारखंड और महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव कराने को लेकर सहमति नही बन सकी है।

बैठक में तीन राज्यों में विधानसभा चुनाव में हार के बाद अब तक के बदले माहौल को लेकर भी चर्चा हुई। पार्टी का मानना है कि पुलवामा की आतंकी घटना के बाद आतंकवाद के खिलाफ सरकार की कार्रवाई से माहौल में सकारात्मक बदलाव आया है।