कर्मचारियों को बिना नोटिस के निकालने पर चीनी मोबाइल कंपनी में तोड़फोड़, पुलिस ने किया लाठीचार्ज

नौकरी से अचानक निकालने से नाराज दो सौ कर्मचारियों ने बृहस्पतिवार सुबह करीब चार घंटे तक सेक्टर-63 स्थित चीन की कंपनी में जमकर हंगामा किया। कर्मचारियों ने जमकर पत्थरबाजी की और अघोषित रूप से कंपनी पर कब्जा कर लिया। कंपनी के 50 से अधिक चीन के अधिकारी दहशत में रहे। इसके बाद पुलिस ने कर्मचारियों पर लाठीचार्ज करके खदेड़ दिया। हंगामे के बीच 12 से अधिक लोग घायल हो गए। पुलिस ने मामले में अज्ञात लोगों केे खिलाफ  मुकदमा दर्ज किया है।

पुलिस के अनुसार, सेक्टर-63 ए-154 सी में चीन की हाईपैड टेक्नोलॉजी इंडिया नाम की कंपनी है। यहां विभिन्न कंपनियों के मोबाइल को एसेंबल किया जाता है। इस कंपनी में उच्च अधिकारी के पद पर अधिकतर चीन के लोग हैं। निचले स्तर पर काम करने वाले अधिकतर भारतीय हैं। इस कंपनी ने कई दिनों में सैकड़ों कर्मचारियों को बगैर पूर्व सूचना के हटा दिया।

सुबह करीब आठ बजे रोजाना की तरह कंपनी के सैकड़ों कर्मचारी कंपनी के गेट पर पहुंचे तो प्रबंधन की तरफ से  करीब 200 कर्मचारियों को 15 दिन की छुट्टी पर जाने के लिए कह दिया गया। इन कर्मचारियों की सूची गेट पर चस्पा कर दी गई। इसके बाद कर्मचारियों ने हंगामा करना शुरू कर दिया।

कर्मचारियों में नाराजगी बढ़ने लगी और गेट के अंदर घुसने लगे। गेट पर तैनात गार्ड व बाउंसरों ने जब रोका तो कर्मचारी उग्र हो गए। जबरन कंपनी में घुस गए और ऑफिस में लगे शीशे तोड़ दिए। मामले की सूचना 100 नंबर पर पुलिस को दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने लाठीचार्ज कर सभी उग्र कर्मचारियों को वहां खदेड़ दिया। इस दौरान फेज थ्री पुलिस ने पांच कर्मचारियों को हिरासत में ले लिया।

ठेके के कर्मचारी हैं अधिकतर
यह कंपनी ओप्पो, आइफोन व एमआई सहित कई मोबाइल कंपनियों के मोबाइल को एसेंबल करती है। सभी पार्ट पुर्जे चीन से आते हैं। कंपनी में करीब 250 कर्मचारी स्थायी और 3200 कर्मचारी ठेके पर हैं।

50 चीन के अधिकारी रहे दहशत में

जब कर्मचारी कंपनी के अंदर हंगामा कर रहे थे, तो अंदर करीब पचास से अधिक चीन के अधिकारी व कर्मचारी सहम गए। इसके बाद सुरक्षा गार्डों व बाउंसरों ने घेरा बनाकर उन्हें बचाया। जब पुलिस पहुंची तो पुलिस ने भी उन लोगों को सुरक्षित होने का भरोसा दिलाया।

पुलिस से भी भिड़ गए कर्मचारी
नौकरी से निकाले जाने पर कर्मचारी बहुत नाराज थे। उन्हें न तो नोटिस दिया गया न ही कुछ बताया गया। इस कारण वह किसी से भी दो-दो हाथ करने को तैयार थे। सूचना के बाद जब पुलिस मौके पर पहुंची तो उग्र कर्मचारी उनसे भी भिड़ गए। पुलिस के सामने ही जमकर तोड़फोड़ की और पुलिस मूकदर्शक बनी रही।

पहले भी हुआ है हंगामा
इस कंपनी में पहले भी कई दफा हंगामा हो चुका है। कंपनी की तरफ से हर बार कर्मचारियों को बगैर किसी नोटिस के निकाल दिया जाता है। पहले निकाले जाने वालों कर्मचारियों की संख्या कम थी तो हंगामा भी कम होता था। इस बार दो सौ से अधिक कर्मचारी थे तो जमकर हंगामा हुआ।विदेशी नागरिकों की सुरक्षा पुख्ता

एसएसपी ने बताया कि कंपनी में काम करने वाले सभी विदेशी नागरिक सुरक्षित हैं। उन्हें किसी तरह की समस्या नहीं है। हम लोग एक-एक विदेशी नागरिकों को सुरक्षा देंगे। इसके लिए पुलिस अधिकारियों व स्थानीय पुलिस को दिशा निर्देश दिए गए हैं।

45 मिनट देरी से पहुंची पुलिस
घटना के बाद करीब 45 मिनट की देरी से कोतवाली फेज थ्री पुलिस की टीम पहुंची। अगर पुलिस समय से वहां पहुंचती तो मामला इतना बड़ा नहीं बनता। जबकि सेक्टर-63 औद्योगिक क्षेत्र में हमेशा पीआरवी व लेपर्ड के गश्त करते रहने के दावे किए जाते हैं।

‘कंपनी के उत्पादन में कुछ कमी आई थी। कुछ ही दिनों में एक और यूनिट शुरू होनी है। इन कर्मचारियों को वहीं शिफ्ट होना था, लेकिन कर्मचारियों को उनके ठेकेदारों ने पूरी सूचना नहीं दी। इस कारण यह घटना हुई।’
– प्रियंका पांडेय, कंपनी की प्रशासनिक अधिकारी

‘इस मामले की जांच की जा रही है। प्राथमिक जांच में यह बात सामने आई है कि कंपनी ने श्रम कानूनों का उल्लंघन किया है। हालांकि कर्मचारियों ने भी कानून का पालन नहीं किया और हंगामा किया। दोनों पक्षों की जांच की जा रही है।’
– डा. अजयपाल शर्मा, एसएसपी